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Thursday, September 14, 2017

"2 अक्टूबर" के बारे में 24 रोचक तथ्य | 24 Interesting Facts about "2 October" in Hindi


2 अक्टूबर के बारे में कई रोचक बातें हैं। उनमें से 24 रोचक बातें निम्नलिखित हैं:
 
1. 2 अक्टूबर को प्रत्येक वर्ष 'गांधी जयंती' मनायी जाती है। 2 अक्टूबर महात्मा गांधी जी की जन्मतिथि है।

2. गांधी जयंती प्रतिवर्ष राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जन्मतिथि पर उनकी स्मृति को कायम रखने के लिए मनायी जाती है।

3. महात्मा गांधी का पूरा नाम मोहनदास करमचन्द गांधी था। उनका जन्म 2 अक्टूबर, 1869 को पोरबंदर, गुजरात, भारत में हुआ था।

4. उनके पिता का नाम करमचन्द गांधी था जो ब्रिटिश राज के समय काठियावाड़ की एक छोटी सी रियासत (पोरबंदर) के दीवान थे। उनकी माता का नाम पुतलीबाई था।

5. मई 1883 में साढ़े 13 साल की आयु पूर्ण करते ही उनका विवाह 14 साल की कस्तूरबा से कर दिया गया। मोहनदास और कस्तूरबा के चार सन्तान हुईं जो सभी पुत्र थे।

6. गांधी जी को 'महात्मा' के नाम से सबसे पहले 1915 में राजवैद्य जीवराम कालिदास ने संबोधित किया। उन्हें 'बापू' के नाम से भी याद किया जाता है। उन्हें सम्पूर्ण देश 'राष्ट्रपिता' के नाम से संबोधित करता है।

7. महात्मा गांधी को 5 बार नोबेल शांति पुरस्कार (Nobel Peace Prize) के लिए नामित किया गया।

8. महात्मा गांधी अंग्रेजी को एक आयरिश लहजे के एक रंग के साथ बोलते थे क्योंकि उनके पहले अंग्रेजी शिक्षकों में से एक शिक्षक आयरिश थे।

9. महात्मा गांधी 4 महाद्वीपों और 12 देशों में नागरिक अधिकार आंदोलन (Civil Rights Movement) के लिए जिम्मेदार थे।

10. 1913 से 1938 तक वे लगभग 79000 किलोमीटर चले, जो लगभग पृथ्वी का दो बार चक्कर लगाने के बराबर है।

11. महात्मा गांधी ने बोअर युद्ध (Boer War) के दौरान सेना में सेवा की। पर युद्ध के भयानक चित्र को देखकर उनहोंने हिंसा के खिलाफ आवाज़ उठाने की ठान ली।

12. 1939 में गांधीजी ने हिटलर को युद्ध न करने के लिए एक अनुरोध पत्र लिखा। लेकिन यह पत्र ब्रिटिश आर्मी के हस्तक्षेप के कारण कभी भी अपने इच्छित प्राप्तकर्ता के पास नहीं पहुंच पाया।

13. स्टीव जॉब्स महात्मा गांधी के एक प्रशंसक थे।
 
14. गांधी जी ने दुर्बन, प्रिटोरिया और जोहान्सबर्ग में 3 फुटबॉल क्लब की स्थापना में मदद की थी। इन तीनों क्लब का नाम एक ही था - "पैसिव रेसिस्टर्स सॉकर क्लब"।
 
15. भारत की 53 प्रमुख सड़कों और दुनिया के अन्य हिस्सों की लगभग 48 सड़कों का नाम "महात्मा गांधी रोड" है।

16. 30 जनवरी, 1948 को नाथूराम गौड़से नामक व्यक्ति ने गांधी जी की उस समय गोली मारकर हत्या कर दी जब वे नई दिल्ली के बिड़ला हाउस के मैदान में रात में चहलकदमी कर रहे थे।

17. उन्होंने अपनी मृत्यु के एक दिन पहले कांग्रेस को भंग (dissolve) करने का सोचा था।

18. महात्मा गांधी की शवयात्रा 8 किलोमीटर लंबी थी।

19. ग्रेट ब्रिटेन, वह देश जिसके खिलाफ महात्मा गांधी ने स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ी, उसी देश ने गांधी जी की मृत्यु के 21 साल बाद उनके सम्मान में एक डाक टिकट जारी किया।

20. गांधी जी का शुक्रवार (Friday) के साथ एक अजीब इत्तेफाक था। उनका जन्म शुक्रवार को हुआ था, भारत को स्वतंत्रता शुक्रवार को मिली और इसके साथ-साथ गांधी जी की हत्या भी शुक्रवार को ही की गयी थी।

21. गांधी जी ने अपना जीवन सत्य की व्यापक खोज में समर्पित कर दिया। उन्होंने इस लक्ष्य को प्राप्त करने करने के लिए अपनी स्वयं की गल्तियों और खुद पर प्रयोग करते हुए सीखने की कोशिश की। उन्होंने अपनी आत्मकथा को सत्य के प्रयोग का नाम दिया।

22. गांधी जी ने अपनी आत्मकथा "द स्टोरी ऑफ़ माय एक्सपेरिमेंट्स विथ ट्रुथ " (The Story of My Experiments with Truth) में दर्शन और अपने जीवन के मार्ग का वर्णन किया है।

23. भारत में, गांधी जयंती राष्ट्रीय त्यौहार के रूप में मनायी जाती है। इस दिन सभी सरकारी, अर्धसरकारी कार्यालय, निगम एवं शैक्षिक संस्थानों में सार्वजनिक अवकाश होता है।

24.
2 अक्टूबर के दिन गांधीजी की स्मृति में उनकी समाधि पर फूल, माला अर्पित करते हैं तथा रघुपति राघव राजा राम की कीर्तन ध्वनि, चरखा इत्यादि कार्यक्रमों का आयोजन होता है। 



Thursday, July 6, 2017

"गांधी जयंती" के बारे में 24 रोचक तथ्य | 24 Interesting Facts about "Gandhi Jayanti" in Hindi


गांधी जयंती के बारे में कई रोचक बातें हैं। उनमें से 24 रोचक बातें निम्नलिखित हैं:

 
1. गांधी जयंती प्रत्येक वर्ष 2 अक्टूबर को मनायी जाती है। 2 अक्टूबर महात्मा गांधी जी की जन्मतिथि है।

2. गांधी जयंती प्रतिवर्ष राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जन्मतिथि पर उनकी स्मृति को कायम रखने के लिए मनायी जाती है।

3. महात्मा गांधी का पूरा नाम मोहनदास करमचन्द गांधी था। उनका जन्म 2 अक्टूबर, 1869 को पोरबंदर, गुजरात, भारत में हुआ था।

4. उनके पिता का नाम करमचन्द गांधी था जो ब्रिटिश राज के समय काठियावाड़ की एक छोटी सी रियासत (पोरबंदर) के दीवान थे। उनकी माता का नाम पुतलीबाई था।

5. मई 1883 में साढ़े 13 साल की आयु पूर्ण करते ही उनका विवाह 14 साल की कस्तूरबा से कर दिया गया। मोहनदास और कस्तूरबा के चार सन्तान हुईं जो सभी पुत्र थे।

6. गांधी जी को 'महात्मा' के नाम से सबसे पहले 1915 में राजवैद्य जीवराम कालिदास ने संबोधित किया। उन्हें 'बापू' के नाम से भी याद किया जाता है। उन्हें सम्पूर्ण देश 'राष्ट्रपिता' के नाम से संबोधित करता है।

7. महात्मा गांधी को 5 बार नोबेल शांति पुरस्कार (Nobel Peace Prize) के लिए नामित किया गया।

8. महात्मा गांधी अंग्रेजी को एक आयरिश लहजे के एक रंग के साथ बोलते थे क्योंकि उनके पहले अंग्रेजी शिक्षकों में से एक शिक्षक आयरिश थे।

9. महात्मा गांधी 4 महाद्वीपों और 12 देशों में नागरिक अधिकार आंदोलन (Civil Rights Movement) के लिए जिम्मेदार थे।

10. 1913 से 1938 तक वे लगभग 79000 किलोमीटर चले, जो लगभग पृथ्वी का दो बार चक्कर लगाने के बराबर है।

11. महात्मा गांधी ने बोअर युद्ध (Boer War) के दौरान सेना में सेवा की। पर युद्ध के भयानक चित्र को देखकर उनहोंने हिंसा के खिलाफ आवाज़ उठाने की ठान ली।

12. 1939 में गांधीजी ने हिटलर को युद्ध न करने के लिए एक अनुरोध पत्र लिखा। लेकिन यह पत्र ब्रिटिश आर्मी के हस्तक्षेप के कारण कभी भी अपने इच्छित प्राप्तकर्ता के पास नहीं पहुंच पाया।

13. स्टीव जॉब्स महात्मा गांधी के एक प्रशंसक थे।
 
14. गांधी जी ने दुर्बन, प्रिटोरिया और जोहान्सबर्ग में 3 फुटबॉल क्लब की स्थापना में मदद की थी। इन तीनों क्लब का नाम एक ही था - "पैसिव रेसिस्टर्स सॉकर क्लब"।
 
15. भारत की 53 प्रमुख सड़कों और दुनिया के अन्य हिस्सों की लगभग 48 सड़कों का नाम "महात्मा गांधी रोड" है।

16. 30 जनवरी, 1948 को नाथूराम गौड़से नामक व्यक्ति ने गांधी जी की उस समय गोली मारकर हत्या कर दी जब वे नई दिल्ली के बिड़ला हाउस के मैदान में रात में चहलकदमी कर रहे थे।

17. उन्होंने अपनी मृत्यु के एक दिन पहले कांग्रेस को भंग (dissolve) करने का सोचा था।

18. महात्मा गांधी की शवयात्रा 8 किलोमीटर लंबी थी।

19. ग्रेट ब्रिटेन, वह देश जिसके खिलाफ महात्मा गांधी ने स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ी, उसी देश ने गांधी जी की मृत्यु के 21 साल बाद उनके सम्मान में एक डाक टिकट जारी किया।

20. गांधी जी का शुक्रवार (Friday) के साथ एक अजीब इत्तेफाक था। उनका जन्म शुक्रवार को हुआ था, भारत को स्वतंत्रता शुक्रवार को मिली और इसके साथ-साथ गांधी जी की हत्या भी शुक्रवार को ही की गयी थी।

21. गांधी जी ने अपना जीवन सत्य की व्यापक खोज में समर्पित कर दिया। उन्होंने इस लक्ष्य को प्राप्त करने करने के लिए अपनी स्वयं की गल्तियों और खुद पर प्रयोग करते हुए सीखने की कोशिश की। उन्होंने अपनी आत्मकथा को सत्य के प्रयोग का नाम दिया।

22. गांधी जी ने अपनी आत्मकथा "द स्टोरी ऑफ़ माय एक्सपेरिमेंट्स विथ ट्रुथ " (The Story of My Experiments with Truth) में दर्शन और अपने जीवन के मार्ग का वर्णन किया है।

23. भारत में, गांधी जयंती राष्ट्रीय त्यौहार के रूप में मनायी जाती है। इस दिन सभी सरकारी, अर्धसरकारी कार्यालय, निगम एवं शैक्षिक संस्थानों में सार्वजनिक अवकाश होता है।

24. गांधी जयंती के दिन गांधीजी की स्मृति में उनकी समाधि पर फूल, माला अर्पित करते हैं तथा रघुपति राघव राजा राम की कीर्तन ध्वनि, चरखा इत्यादि कार्यक्रमों का आयोजन होता है। 



Monday, June 12, 2017

"दीवाली" के बारे में 17 रोचक तथ्य | 17 Interesting Facts about "Diwali" in Hindi


दीवाली के बारे में कई रोचक बातें हैं। उनमें से 17 रोचक बातें निम्नलिखित हैं:

 
1. दीवाली हिन्दुओं का प्रसिद्ध त्यौहार है। दीवाली को 'दीपावली' भी कहते हैं। 'दीपावली' का अर्थ होता है - 'दीपों की माला या कड़ी'।

2. दीवाली, 'प्रकाश का त्यौहार' (Festival of Light) है।

3. यह त्यौहार हिन्दू कैलेंडर के अनुसार कार्तिक माह की अमावस्या को मनाया जाता है।

4. दीवाली का त्यौहार मनाने का प्रमुख कारण है कि इस दिन भगवान् राम, अपनी पत्नी सीता एवं अपने भाई लक्ष्मण के साथ 14 वर्ष का वनवास बिताकर अयोध्या लौटे थे। उनके स्वागत में अयोध्यावासियों ने दिये जलाकर प्रकाशोत्सव मनाया था। इसी कारण इसे 'प्रकाश के त्यौहार' के रूप में मनाते हैं।

5. दीवाली का त्यौहार पांच दिनों के लिए मनाया जाता है। पहले दिन धनतेरस, दूसरे दिन छोटी दीवाली, तीसरे दिन लक्ष्मी पूजा, चौथे दिन गोवर्धन पूजा तथा पाँचवे दिन भैया दूज मनाया जाता है।

6. यह त्यौहार धन और समृद्धि की देवी लक्ष्मी के सम्मान में मनाया जाता है।

7. इस त्यौहार को लगभग 800 मिलियन लोग विभिन्न तरीकों से मनाते हैं।

8. दीवाली का त्यौहार, अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक है।

9.
दीवाली का त्यौहार भारत के अलावा त्रिनिदाद और टोबैगो, म्यांमार, नेपाल, मॉरीशस, गुयाना, सिंगापुर, सूरीनाम, मलेशिया, श्रीलंका और फिजी में भी बड़ी धूम- धाम से मनाया जाता है।

10. भारत के पूर्वी क्षेत्र उड़ीसा और पश्चिम बंगाल में हिन्दू लक्ष्मी की जगह काली की पूजा करते हैं, और इस
त्यौहार को काली पूजा कहते हैं।

11. पौराणिक कथाओ के अनुसार
दीवाली के दिन ही भगवान विष्णु ने नरसिंह रुप धारणकर हिरण्यकश्यप का वध किया था।

12. जैन मतावलंबियों के अनुसार चौबीसवें तीर्थंकर, महावीर स्वामी को इस दिन मोक्ष की प्राप्ति हुई थी।

13. सिक्खों के लिए भी दीवाली महत्त्वपूर्ण है क्योंकि इसी दिन अमृतसर में 1577 में स्वर्ण मन्दिर का शिलान्यास हुआ था। इसके अलावा 1619 में दीवाली के दिन सिक्खों के छठे गुरु हरगोबिन्द सिंह जी को जेल से रिहा किया गया था।

14. दीवाली में लगभग सभी घर एवं रास्ते दीपक एवं प्रकाश से रोशन किये जाते हैं।

15. दीवाली के दिन सभी लोग खुशी मनाते हैं एवं एक-दूसरे को बधाईयाँ देते हैं। बच्चे खिलौने एवं पटाखे खरीदते हैं। दुकानों एवं मकानों की सफाई की जाती है एवं रंग पुताई इत्यादि की जाती है।

16. रात्रि में लोग धन की देवी 'लक्ष्मी' की पूजा करते हैं। लक्ष्मी के साथ-साथ भक्त बाधाओं को दूर करने के प्रतीक गणेश; संगीत, साहित्य की प्रतीक सरस्वती; और धन प्रबंधक कुबेर को प्रसाद अर्पित करते हैं।

17. दीवाली का त्यौहार भारत में एक प्रमुख खरीदारी की अवधि का प्रतीक है। प्रत्येक वर्ष दीवाली के दौरान लगभग पांच हज़ार करोड़ रुपए के पटाखों आदि की खपत होती है। 


Sunday, June 11, 2017

"15 अगस्त" के बारे में 14 रोचक तथ्य | 14 Interesting Facts about "15 August" in Hindi


15 अगस्त के बारे में कई रोचक बातें हैं। उनमें से 14 रोचक बातें निम्नलिखित हैं:

 
1. प्रत्येक वर्ष 15 अगस्त को भारत में स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है।

2. 15 अगस्त, 1947 को भारत ने ब्रिटिश साम्राज्य से मुक्त होकर स्वतंत्रता प्राप्त की थी।

3. भारत के स्वाधीनता आंदोलन का नेतृत्व महात्मा गांधी ने किया था, लेकिन जब देश को 15 अगस्त, 1947 को आजादी मिली, तो वे इसके जश्न में शामिल नहीं हुए थे।

4. भारत में स्वतंत्रता दिवस को राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाया जाता है।

5. भारत 15 अगस्त को आज़ाद जरूर हो गया, लेकिन उसका अपना कोई राष्ट्र गान नहीं था। हालांकि रविंद्रनाथ टैगोर जन-गण-मन 1911 में ही लिख चुके थे, लेकिन यह हमारा राष्ट्रगान 1950 में ही बन पाया।

6. भारत और पाकिस्तान के बीच की सीमा रेखा 15 अगस्त तक नही थी। यह बाद में 'रेडक्लिफ लाइन' के रूप में खींची गई।

7. 15 अगस्त 1947 को, 1 रुपया 1 डाॅलर के बराबर था।

8. 15 अगस्त 1947 को, सोने का भाव 88 रुपए 62 पैसे प्रति 10 ग्राम था।

9. 15 अगस्त के दिन प्रधानमंत्री लाल किला, दिल्ली में झंडा फहराते हैं। झंडे को सलामी दी जाती है और राष्ट्रीय गीत एवं धुन गाई जाती है।

10. इस दिन प्रधानमंत्री राष्ट्र के नाम सन्देश देते हैं और देशभक्तों को याद किया जाता है।

11. देश के सभी राज्यों की राजधानियों में 15 अगस्त के दिन झंडा रोहण एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।

12. 15 अगस्त के दिन सभी सरकारी, अर्द्ध-सरकारी, निगम एवं प्रशासनिक कार्यालयों में झंडारोहण का कार्यक्रम होता है।

13. 15 अगस्त के दिन स्कूल एवं कालेजों में विभिन्न कार्यक्रम, खेल-कूद एवं प्रतियोगिताओं का आयोजन भी होता है तथा विजेताओं को सम्मानित किया जाता है।

14. 15 अगस्त, भारत के अलावा तीन अन्य देशों दक्षिण कोरिया, बहरीन व कांगो का भी स्वतंत्रता दिवस है।  


Wednesday, June 7, 2017

"ईद-उल-फितर" के बारे में 11 रोचक तथ्य | 11 Interesting Facts about "Id-ul-Fitr" in Hindi


ईद-उल-फितर के बारे में कई रोचक बातें हैं। उनमें से 11 रोचक बातें निम्नलिखित हैं:

 
1. ईद-उल-फितर या ईद मुसलमानों के सबसे बड़े त्यौहारों में से एक है। यह त्यौहार दुनिया भर के मुसलमानों का सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक त्यौहार है।

2. ईद का त्यौहार रमजान के पवित्र महीने के बाद मनाया जाता है।

3. रमजान के महीने के अंतिम दिन जब आकाश में चाँद दिखाई देता है तो उसके दूसरे दिन ईद मनाई जाती है।
 
4. मुसलमानों के लिए रमजान के दिनों का बहुत महत्त्व है। इस दौरान वे दिन भर पूर्ण उपवास (रोज़ा) रखते हैं। पानी पीना भी वर्जित होता है। शाम को नमाज़ अदा कर ही भोजन ग्रहण करते हैं।

5. ईद साल में दो बार मनाई जाती है, ये हैं: ईद-उल-फितर और ईद-उल-जुहा। ईद-उल-फितर को केवल ईद भी कहते हैं। यह मीठी ईद भी कही जाती है, जबकि ईद-उल-जुहा, बकरीद के नाम से भी अधिक लोकप्रिय है।

6. इस्लाम के तारीखी पन्ने बताते हैं कि पहली ईद सन 624 ईस्वी में जंग-ए-बद्र की लड़ाई के बाद मनाई गई थी।

7. इस त्योहार को सभी आपस में मिल के मनाते है और खुदा से सुख-शांति और बरक्कत के लिए दुआएं मांगते हैं।

8. ईद के त्यौहार पर लोग ईदगाह में नमाज पढ़ने जाते हैं। इसके बाद एक दूसरे के गले मिलते हैं और ईद मुबारक बोलते हैं।

9. ईद के दौरान बढ़िया खाने के अतिरिक्त नए कपड़े भी पहने जाते हैं और परिवार और दोस्तों के बीच तोहफ़ों का आदान-प्रदान होता है।

10. 'सिवैया' इस त्यौहार की सबसे जरूरी खाद्य पदार्थ है जिसे सभी बड़े चाव से खाते हैं।

11. ईद आपसी मिलन और भाई-चारे का त्यौहार है। यह त्यौहार भारत की बहुआयामी संस्कृति का प्रतीक है।


Friday, June 2, 2017

"वसंत पंचमी" के बारे में 12 रोचक तथ्य | 12 Interesting Facts about "Vasant Panchami" in Hindi


वसंत पंचमी के बारे में कई रोचक बातें हैं। उनमें से 12 रोचक बातें निम्नलिखित हैं:

 
1. वसंत पंचमी या बसंत पंचमी हिंदुओं का एक प्रसिद्द त्यौहार है। इसे 'श्रीपंचमी' भी कहते हैं।

2. यह पूजा पूर्वी भारत, पश्चिमोत्तर बांग्लादेश, नेपाल और कई राष्ट्रों में बड़े उल्लास से मनायी जाती है।

3. हिन्दू कैलेंडर के अनुसार यह त्यौहार माघ महीने के पांचवें दिन (पंचमी) पर हर साल मनाया जाता है।

4. वसंत पंचमी, ज्ञान, संगीत और कला की देवी, 'सरस्वती' की पूजा का त्यौहार है।

5. वसंत पंचमी के दिन ज्ञान और कला की देवी मां सरस्वती का जन्मदिवस होता है।

6. इस त्यौहार में बच्चों को हिंदू रीति के अनुसार उनका पहला शब्द लिखना सिखाया जाता है।

7. वसंत पंचमी के दिन विद्या की देवी सरस्वती की पूजा की जाती है।

8. इस दिन पीले वस्त्र धारण करने का रिवाज़ है।

9. इस दिन पीले रंग के चावल बनाये जाते है। पीले लड्डू और केसरयुक्त खीर बनायी जाती है।

10. वसंत पंचमी के अवसर पर चारो ओर पीली सरसों लहलहाने लगती है तथा मानव मन भी ख़ुशी से झूमने लगता है।

11. वसंत पंचमी सर्दियों के मौसम के अंत का प्रतीक है।

12. इस दिन से शरद ऋतु की विदाई के साथ पेड़-पौधों और प्राणियों में नवजीवन का संचार होता है।  



Monday, May 29, 2017

"स्वतंत्रता दिवस" के बारे में 14 रोचक तथ्य | 14 Interesting Facts about "Independence Day of India" in Hindi


स्वतंत्रता दिवस के बारे में कई रोचक बातें हैं। उनमें से 14 रोचक बातें निम्नलिखित हैं:

1. भारत में स्वतंत्रता दिवस प्रत्येक वर्ष 15 अगस्त को मनाया जाता है।

2. 15 अगस्त, 1947 को भारत ने ब्रिटिश साम्राज्य से मुक्त होकर स्वतंत्रता प्राप्त की थी।

3. भारत के स्वाधीनता आंदोलन का नेतृत्व महात्मा गांधी ने किया था, लेकिन जब देश को 15 अगस्त, 1947 को आजादी मिली, तो वे इसके जश्न में शामिल नहीं हुए थे।

4. भारत में स्वतंत्रता दिवस को राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाया जाता है।

5. भारत 15 अगस्त को आज़ाद जरूर हो गया, लेकिन उसका अपना कोई राष्ट्र गान नहीं था। हालांकि रविंद्रनाथ टैगोर जन-गण-मन 1911 में ही लिख चुके थे, लेकिन यह हमारा राष्ट्रगान 1950 में ही बन पाया।

6. भारत और पाकिस्तान के बीच की सीमा रेखा 15 अगस्त तक नही थी। यह बाद में 'रेडक्लिफ लाइन' के रूप में खींची गई।

7. 15 अगस्त 1947 को, 1 रुपया 1 डाॅलर के बराबर था।

8. 15 अगस्त 1947 को, सोने का भाव 88 रुपए 62 पैसे प्रति 10 ग्राम था।

9. स्वतंत्रता दिवस के दिन प्रधानमंत्री लाल किला, दिल्ली में झंडा फहराते हैं। झंडे को सलामी दी जाती है और राष्ट्रीय गीत एवं धुन गाई जाती है।

10. इस दिन प्रधानमंत्री राष्ट्र के नाम सन्देश देते हैं और देशभक्तों को याद किया जाता है।

11. देश के सभी राज्यों की राजधानियों में स्वतंत्रता दिवस के दिन झंडा रोहण एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।

12.
स्वतंत्रता दिवस के दिन सभी सरकारी, अर्द्ध-सरकारी, निगम एवं प्रशासनिक कार्यालयों में झंडारोहण का कार्यक्रम होता है।

13. स्वतंत्रता दिवस के दिन स्कूल एवं कालेजों में विभिन्न कार्यक्रम, खेल-कूद एवं प्रतियोगिताओं का आयोजन भी होता है तथा विजेताओं को सम्मानित किया जाता है।

14. 15 अगस्त, भारत के अलावा तीन अन्य देशों दक्षिण कोरिया, बहरीन व कांगो का भी स्वतंत्रता दिवस है। 





Sunday, May 14, 2017

13 Interesting Facts about "Vasant Panchami"



There are many interesting and amazing facts about Vasant Panchami. Out of them 13 interesting facts about Vasant Panchami are as follows:
 
1. 'Vasant Panchami' or 'Basant Panchami' is a Hindu festival celebrating 'Saraswati', the goddess of knowledge, music and art.

2. It is celebrated throughout the India. Everyone enjoy the festival of Vasant Panchami with great fun and enthusiasm.

3. It is celebrated every year on the fifth day (Panchami) of the 'Maagh' month according to Hindu Calander.

4. Vasant Panchami marks the end of the winter season and it marks the beginning of spring.

5. The word 'Vasant' means spring and 'Panchmi' denotes the fifth day on which the festival falls.

6. Spring means pleasant weather, free from the scorching heat, the cold bites or dodgy rains. It is therefore crowned as the king of all seasons.

7. Vasant Panchami observes the birth of Saraswati, the Goddess of knowledge, education, art, culture and music.

8. According to custom, temples dedicated to Goddess Saraswati are filled with sacred offerings a day before Vasant Panchami, with the belief that the Goddess would join in the celebrations by attending the traditional feast the following morning.

9. In this festival the kids are taught to write their first words according to the Hindu Custom.

10. People usually wear yellow garments in this festival.

11. Yellow sweets are consumed within the families.

12. On the day of Vasant Panchami a log with a figure of Holika is placed in a public place. During the next 40 days, devotees add twigs and other flammable material to form a pyre which is lit on Holi.

13. Kite flying, the popular sport of India, is associated with the festival of Vasant Panchami.  


Friday, April 28, 2017

12 Interesting Facts about "Rama Navami"


There are many interesting and amazing facts about Rama Navami. Out of them 12 interesting facts about Rama Navami are as follows:

 
1. Rama Navami is one of the famous festival of Hindus. It is celebrated throughout India.

2. It falls on the Navami of Shukla Paksha of Chaitra Month according to Hindu Calendar.

3. This day is celebrated as the birthday of Lord Rama, the son of king Dasharath.
 
4. Rama is the 7th incarnation of the Dashavatara of Vishnu.
 
5. Rama Navami also marks the end of the nine-day utsava called Chaitra Navaratri.
 
6. On the day of Rama Navami, house is swept clean and pictures of Lord Rama are put on a dais in preparation for the puja.
 
7. On this day, Bhajans praising the exploits of Lord Rama are sung at various houses and temples.
 
8. Charitable events and community meals are also organized on this day.
 
9. The important celebrations on this day take place at Ayodhya (Uttar Pradesh), Sita Samahit Sthal (Sitamarhi) (Bihar), Janakpurdham (Nepal), Bhadrachalam (Telangana), Kodandarama Temple, Vontimitta (Andhra Pradesh) and Rameswaram (Tamil Nadu).
 
10. Rathayatras, the chariot processions, also known as Shobha yatras of Lord Rama, Sita, his brother Lakshmana and Hanuman, are taken out at several places.
 
11. While the festival is named after Lord Rama, the festival typically includes reverence for Sita, Lakshmana and Hanumana given their importance in Rama's story.
 
12. Devotees associated with ISKCON fast through the daylight hours. A number of ISKCON temples introduced a more prominent celebration of the occasion of the holiday with the view of addressing needs of growing native Hindu congregation. 

  

Wednesday, April 26, 2017

14 Interesting Facts about "Holi"


There are many interesting and amazing facts about Holi. Out of them 14 interesting facts about Holi are as follows:

1. Holi is one of the greatest festival of Hindus.

2. It is a festival of colours.
 
3. This festival falls on a full moon day in Phalgun Month of Hindu Calender.
 
4. Holi has its origin in India being a spring festival.
 
5. The story behind the Holi festival is that there was a king named Hiranyakashyap, he had a son, Prahlad, a holy spirit and highly devoted to God but Prahlad's devotion enraged Hiranyakashyap and he planned to kill his own son.
 
6. He asked her sister Holika, who was immune to fire, to sit in fire taking Prahlad in her lap. Fortunately Prahlad, who was blessed by Lord, was saved and Holika was burnt to ashes.
 
7. The name Holi comes from 'Holika', the sister of demon King 'Hiranyakashyap'.
 
8. It is a two-day festival. The first day is the bonfire night which is known as ‘Holika Dahan’ which is also known as ‘Choti Holi’ and the second day is when the main celebration with colours takes place.
 
9. Before smearing colours on one another people usually put a vertical line on each other’s forehead known as ‘Tilak’.
 
10. The festival of colours is also popular for a saying 'Bura na mano, Holi hai'. which means 'do not mind, it’s holi'.
 
11. After a fun filled and exciting day, the evenings are spent in sobriety when people meet friends and relatives and exchange sweets and festive greetings.
 
12. On the festival of Holi, people make sweet delicacy known as ‘Gujhiya’ which is basically a sweet dumpling. These dumplings are stuffed with the dry-fruits, Khoyas and much more.
 
13. In Mathura and Vrindavan a different type of Holi is played known as ‘Lathmar Holi’, in which women and men dress in traditional costumes and play Holi with the stick and a shield.
 
14. Holi is also a festival of love and unity and celebrates the triumph of good over evil. The festival is celebrated with lot of pomp in north India. 



Monday, April 24, 2017

13 Interesting Facts about "Basant Panchami"


There are many interesting and amazing facts about Basant Panchami. Out of them 13 interesting facts about Basant Panchami are as follows:

1. Basant Panchami or Vasant Panchami is a Hindu festival celebrating Saraswati, the goddess of knowledge, music and art.

2. It is celebrated throughout the India. Everyone enjoy the festival of Basant Panchami with great fun and enthusiasm.
 
3. It is celebrated every year on the fifth day (Panchami) of the 'Maagh' month according to Hindu Calander.
 
4. Basant Panchami marks the end of the winter season and it marks the beginning of spring.
 
5. The word 'Basant' means spring and 'Panchmi' denotes the fifth day on which the festival falls.
 
6. Spring means pleasant weather, free from the scorching heat, the cold bites or dodgy rains. It is therefore crowned as the king of all seasons.
 
7. Basant Panchami observes the birth of Saraswati, the Goddess of knowledge, education, art, culture and music.
 
8. According to custom, temples dedicated to Goddess Saraswati are filled with sacred offerings a day before Basant Panchami, with the belief that the Goddess would join in the celebrations by attending the traditional feast the following morning.
 
9. In this festival the kids are taught to write their first words according to the Hindu Custom.
 
10. People usually wear yellow garments in this festival.
 
11. Yellow sweets are consumed within the families.
 
12. On the day of Basant Panchami a log with a figure of Holika is placed in a public place. During the next 40 days, devotees add twigs and other flammable material to form a pyre which is lit on Holi.
 
13. Kite flying, the popular sport of India, is associated with the festival of Basant Panchami. 



Friday, April 21, 2017

"अक्षय तृतीया" के बारे में 08 रोचक तथ्य | 08 Interesting Facts about "Akshaya Tritiya" in Hindi


अक्षय तृतीया के बारे में कई रोचक बातें हैं। उनमें से 08 रोचक बातें निम्नलिखित हैं:

 
1. अक्षय तृतीया हिन्दुओं का एक प्रसिद्ध त्यौहार है। यह हिंदू कैलेंडर के अनुसार वैशाख माह के शुक्ल पक्ष के तीसरे दिन (तृतीया) को मनाया जाता है।

2. अक्षय तृतीया को आखा तीज के रूप में भी जाना जाता है। यह पूरे भारत भर में मनाया जाता है।

3. अक्षय तृतीया भगवान परशुराम के जन्मदिन का शुभ दिन है। परशुराम भगवान विष्णु के छठे अवतार हैं।

4. ब्रह्रमा जी के पुत्र अक्षय कुमार का आविर्भाव भी इसी तिथि को हुआ था, इसीलिए इसको अक्षय तिथि कहते है।

5.
अक्षय तृतीया के दिन बद्रीनाथ जी की प्रतिमा स्थापित कर पूजन किया जाता है और लक्ष्मी-नारायण के दर्शन किये जाते है। उत्तराखण्ड के प्रसिद्ध तीर्थ-स्थल बद्रीनाथ के कपाट भी इसी तिथि को खोले जाते है।

6. किंवदंती के अनुसार इसी तिथि को महाभारत का युद्ध समाप्त हुआ था। द्वापर युग का समापन भी इसी तिथि को हुआ था।

7. पौराणिक ग्रन्थों के अनुसार इस दिन जो भी पुण्य कर्म किये जाते हैं, उनका फल अक्षय होता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन किया गया दान, हवन, पूजन या साधना अक्षय (संपूर्ण) होता है।

8. अक्षय तृतीया की तिथि बहुत शुभ मानी जाती है, इस तिथि को बिना पंचांग देखे कोई भी शुभ व मांगलिक कार्य जैसे- विवाह, गृह प्रवेश, वस्त्र-आभूषण खरीदना, वाहन एवं घर आदि खरीदा जा सकता है। 



24 Interesting Facts about "Republic Day of India"


There are many interesting and amazing facts about Republic Day of India. Out of them 24 interesting facts about Republic Day are as follows:

 
1. In India, 'Republic Day' is celebrated on 26th January every year.

2. Republic Day commemorates the date on which the Constitution of India came into force replacing the Government of India Act 1935 as the governing document of India on 26 January 1950.

3. India's Constitution is the longest in the world.

4. Drafting the Constitution was a herculean task. Dr B.R. Ambedkar took 2 years and 11 months and 18 days to draft the Indian Constitution.

5. Two hand-written copies of the Constitution were prepared: in English and in Hindi. Both were signed by 308 members of the Assembly on 24th January 1950. It became effective two days later, and came into force throughout the country.

6. The first Republic Day was celebrated on January 26, 1950, three years after we got independence.

7. January 26, 1930 was earlier celebrated as India's Independence Day or Purna Swaraj Day. It's the day India decided to fight for complete freedom.

8. After we achieved Independence on August 15 in 1947, our leaders wanted January 26 to be remembered in history as well. Therefore, the day was made to coincide with the day of Swaraj.

9. The first President of India, Dr. Rajendra Prasad took oath (at Durbar Hall of government house) first time on 26th of January in 1950.

10. Republic Day is one of the three national holidays in India.

11. Republic Day Celebrations are a 3-day long affair. The celebrations end on January 29 with the Beating Retreat ceremony.

12. President Sukarno of Indonesia was the first chief guest at the first Republic Day Celebration of India on 26th of January, 1950.

13. The first Republic Day parade at Rajpath was held in 1955.

14. Prior to 1955 (until 1954), the Indian republic day celebrations were performed on the 'Kingsway', 'Lal Kila', and 'Ram Lila Ground'.

15. Malik Gulam Mohammed (first governor general of Pakistan) was the first chief guest of the Rajpath parade in 1955.

16. The chief guest on republic day celebration, 1961 was Queen Elizabeth from Britain.

17. On 26th of January in 1965 Hindi language was declared as our national language of India.

18. In New Delhi, a special parade is held on this day. The President of India takes the salute.

19. A procession starts from Vijay Chowk. All the three wings of the armed forces take part in the parade.

20. Flag hoisting ceremonies and cultural programs take place in all the state capitals.

21. Flag-hoisting ceremonies are also conducted by the local administration, schools and colleges all over the country.

22. In schools and colleges, different competitions are held and prizes are also awarded to the winners.

23. A majority of national awards such as Bharat Ratna, Padma Bhushan and Kirti Chakra are awarded during the Republic Day ceremony.

24. Crown Prince of Abu Dhabi Sheikh Mohamed bin Zayed Al Nahyan was the Chief Guest at the Republic Day parade 2017.  

Thursday, April 13, 2017

24 Interesting Facts about "26 January"


There are many interesting and amazing facts about 26 January. Out of them 24 interesting facts about 26 January are as follows:

1. In India, 'Republic Day' is celebrated on 26th January every year.

2. Republic Day commemorates the date on which the Constitution of India came into force replacing the Government of India Act 1935 as the governing document of India on 26 January 1950.
 
3. India's Constitution is the longest in the world.
 
4. Drafting the Constitution was a herculean task. Dr B.R. Ambedkar took 2 years and 11 months and 18 days to draft the Indian Constitution.
 
5. Two hand-written copies of the Constitution were prepared: in English and in Hindi. Both were signed by 308 members of the Assembly on 24th January 1950. It became effective two days later, and came into force throughout the country.
 
6. The first Republic Day was celebrated on January 26, 1950, three years after we got independence.
 
7. January 26, 1930 was earlier celebrated as India's Independence Day or Purna Swaraj Day. It's the day India decided to fight for complete freedom.
 
8. After we achieved Independence on August 15 in 1947, our leaders wanted January 26 to be remembered in history as well. Therefore, the day was made to coincide with the day of Swaraj.
 
9. The first President of India, Dr. Rajendra Prasad took oath (at Durbar Hall of government house) first time on 26th of January in 1950.
 
10. Republic Day is one of the three national holidays in India.
 
11. Republic Day Celebrations are a 3-day long affair. The celebrations end on January 29 with the Beating Retreat ceremony.
 
12. President Sukarno of Indonesia was the first chief guest at the first Republic Day Celebration of India on 26th of January, 1950.
 
13. The first Republic Day parade at Rajpath was held in 1955.
 
14. Prior to 1955 (until 1954), the Indian republic day celebrations were performed on the 'Kingsway', 'Lal Kila', and 'Ramlila Ground'.
 
15. Malik Gulam Mohammed (first governor general of Pakistan) was the first chief guest of the Rajpath parade in 1955.
 
16. The chief guest on republic day celebration, 1961 was Queen Elizabeth from Britain.
 
17. On 26th of January in 1965 Hindi language was declared as our national language of India.
 
18. In New Delhi, a special parade is held on this day. The President of India takes the salute.
 
19. A procession starts from Vijay Chowk. All the three wings of the armed forces take part in the parade.
 
20. Flag hoisting ceremonies and cultural programs take place in all the state capitals.
 
21. Flag-hoisting ceremonies are also conducted by the local administration, schools and colleges all over the country.
 
22. In schools and colleges, different competitions are held and prizes are also awarded to the winners.
 
23. A majority of national awards such as Bharat Ratna, Padma Bhushan and Kirti Chakra are awarded during the Republic Day ceremony.
 
24. Crown Prince of Abu Dhabi Sheikh Mohamed bin Zayed Al Nahyan was the Chief Guest at the Republic Day parade 2017. 

Monday, March 20, 2017

"लोहड़ी" के बारे में 11 रोचक तथ्य | 11 Interesting Facts about "Lohri" in Hindi


लोहड़ी के बारे में कई रोचक बातें हैं। उनमें से 11 रोचक बातें निम्नलिखित हैं:

1. लोहड़ी पंजाबी लोगों का एक प्रसिद्द त्यौहार है।

2. यह सम्पूर्ण भारत में विशेष रूप से उत्तर भारत में पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू राज्य में मनाया जाता है।
 
3. यह हिन्दू कैलेंडर के अनुसार पौष के अंतिम दिन, सूर्यास्त के बाद मनाया जाता है जो अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार सामान्यतया जनवरी के 13वें दिन मनाया जाता है।
 
4. लोहड़ी से संबद्ध परंपराओं एवं रीति-रिवाजों से ज्ञात होता है कि ऐतिहासिक गाथाएं भी इससे जुड़ी हुई हैं। दक्ष प्रजापति की पुत्री सती के योगाग्नि-दहन की याद में ही यह अग्नि जलाई जाती है।
 
5. उत्तर प्रदेश में ‘खिचड़ी’ और दक्षिण भारत के ‘पोंगल’ पर्व भी ‘लोहड़ी’ के समीप ही मनाए जाते हैं।
 
6. यह सबसे प्रसिद्ध फसल कटाई का त्यौहार है जो किसानों के लिए बहुत महत्व रखता है।
 
7. किसान नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत के रूप में लोहड़ी मनाते हैं।
 
8. लोहड़ी में रात्रि में खुले स्थान में परिवार और आस-पड़ोस के लोग मिलकर अलाव जलाते हैं एवं आग के किनारे घेरा बना कर बैठते हैं।
 
9. इस त्यौहार पर लोग अलाव के चारों ओर इकट्ठा होकर आग की लपटों में तिल, गज़क, गुड, मूंगफली, लावा आदि चढ़ाते हैं एवं लोकप्रिय गीत गाकर एक-दूसरे को बधाई देते हैं।
 
10. इस त्यौहार पर रेवड़ी, मूंगफली, लावा आदि प्रसाद के रूप में खाए जाते हैं।
 
11. घर लौटते समय ‘लोहड़ी’ में से दो चार कोयले प्रसाद के रूप में घर पर लाने की प्रथा भी है। 



Sunday, March 19, 2017

"मकर संक्रान्ति" के बारे में 13 रोचक तथ्य | 13 Interesting Facts about "Makar Sankranti" in Hindi


मकर संक्रान्ति के बारे में कई रोचक बातें हैं। उनमें से 13 रोचक बातें निम्नलिखित हैं: 

1. मकर संक्रान्ति हिंदुओं का एक प्रसिद्द त्यौहार है।

2. यह भारत के कई हिस्सों में और भी कुछ अन्य भागों में मनाया जाता है।
 
3. मकर संक्रान्ति आम तौर पर हर साल 14 जनवरी को मनाया जाता है। कभी-कभी यह त्यौहार 15 जनवरी को पड़ता है। यह त्यौहार उन कुछ चुने हुए भारतीय हिंदू त्यौहारों में से एक है जो निश्चित तिथि को मनाये जाते हैं।
 
4. हिन्दू कैलेंडर के अनुसार पौष मास में जब सूर्य मकर राशि पर आता है तभी इस त्यौहार को मनाया जाता है। इस त्यौहार के दिन सूर्य धनु राशि को छोड़ मकर राशि में प्रवेश करता है।
 
5. मकर संक्रान्ति के दिन से ही सूर्य की उत्तरायण गति भी प्रारम्भ होती है। इसलिये इस पर्व को कहीं-कहीं उत्तरायणी भी कहते हैं।
 
6. सूर्य के उत्तरायण होने के बाद से देवों की ब्रह्म मुहूर्त उपासना का पुण्यकाल प्रारंभ हो जाता है। इस काल को ही परा-अपरा विद्या की प्राप्ति का काल कहा जाता है। इसे साधना का सिद्धिकाल भी कहा गया है।
 
7. पुराणों के अनुसार मकर संक्रान्ति के दिन सूर्य अपने पुत्र शनि के घर एक महीने के लिए जाते हैं, क्योंकि मकर राशि का स्वामी शनि है।
 
8. एक अन्य पुराण के अनुसार गंगा को धरती पर लाने वाले महाराज भगीरथ ने अपने पूर्वजों के लिए इस दिन तर्पण किया था। उनका तर्पण स्वीकार करने के बाद इस दिन गंगा समुद्र में जाकर मिल गई थी। इसलिए मकर संक्रान्ति पर गंगा सागर में मेला लगता है।
 
9. मकर संक्रान्ति मुख्य रूप से 'दान का पर्व' है।
 
10. माघ मेले का पहला स्नान मकर संक्रान्ति से शुरू होकर शिवरात्रि के आखिरी स्नान तक चलता है। मकर संक्रान्ति के दिन स्नान के बाद दान देने की भी परम्परा है।
 
11. इसी दिन मलमास भी समाप्त होने तथा शुभ माह प्राम्भ होने के कारण लोग दान पुण्य से अच्छी शुरुआत करते हैं।
 
12. इस त्यौहार को अलग-अलग प्रांतों में अलग-अलग नाम से मनाया जाता है। मकर संक्रान्ति को तमिलनाडु में 'पोंगल' के रूप में तो आंध्र प्रदेश, कर्नाटक व केरल में यह पर्व केवल 'संक्रान्ति' के नाम से जाना जाता है।
 
13. भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में इस त्यौहार को 'खिचड़ी' के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन खिचड़ी खाने एवं खिचड़ी दान देने का अत्यधिक महत्व होता है। 


Saturday, March 18, 2017

"बसंत पंचमी" के बारे में 12 रोचक तथ्य | 12 Interesting Facts about "Basant Panchami" in Hindi


बसंत पंचमी के बारे में कई रोचक बातें हैं। उनमें से 12 रोचक बातें निम्नलिखित हैं:

1. बसंत पंचमी हिंदुओं का एक प्रसिद्द त्यौहार है। इसे 'श्रीपंचमी' भी कहते हैं।

2. यह पूजा पूर्वी भारत, पश्चिमोत्तर बांग्लादेश, नेपाल और कई राष्ट्रों में बड़े उल्लास से मनायी जाती है।
 
3. हिन्दू कैलेंडर के अनुसार यह त्यौहार माघ महीने के पांचवें दिन (पंचमी) पर हर साल मनाया जाता है।
 
4. बसंत पंचमी, ज्ञान, संगीत और कला की देवी, 'सरस्वती' की पूजा का त्यौहार है।
 
5. बसंत पंचमी के दिन ज्ञान और कला की देवी मां सरस्वती का जन्मदिवस होता है।
 
6. इस त्यौहार में बच्चों को हिंदू रीति के अनुसार उनका पहला शब्द लिखना सिखाया जाता है।
 
7. बसंत पंचमी के दिन विद्या की देवी सरस्वती की पूजा की जाती है।
 
8. इस दिन पीले वस्त्र धारण करने का रिवाज़ है।
 
9. इस दिन पीले रंग के चावल बनाये जाते है। पीले लड्डू और केसरयुक्त खीर बनायी जाती है।
 
10. बसंत पंचमी के अवसर पर चारो ओर पीली सरसों लहलहाने लगती है तथा मानव मन भी ख़ुशी से झूमने लगता है।
 
11. बसंत पंचमी सर्दियों के मौसम के अंत का प्रतीक है।
 
12. इस दिन से शरद ऋतु की विदाई के साथ पेड़-पौधों और प्राणियों में नवजीवन का संचार होता है। 



Wednesday, March 15, 2017

"पोंगल" के बारे में 12 रोचक तथ्य | 12 Interesting Facts about "Pongal" in Hindi


पोंगल के बारे में कई रोचक बातें हैं। उनमें से 12 रोचक बातें निम्नलिखित हैं:

1. पोंगल दक्षिण भारत, मुख्य रूप से तमिलनाडु के सबसे लोकप्रिय व प्रमुख त्यौहारों में से एक है।

2. पोंगल शब्द के दो अर्थ हैं। पहला यह कि इस दिन सूर्य देव को जो प्रसाद अर्पित किया जाता है वह पोंगल कहलाता है। दूसरा यह कि तमिल भाषा में पोंगल का एक अन्य अर्थ निकलता है अच्छी तरह उबालना।
 
3. पोंगल एक फसली त्यौहार है। यह त्यौहार हर साल जनवरी के मध्य में पड़ता है।
 
4. इस दिन से तमिलनाडु में नए साल का आगाज होता है।
 
5. पारम्परिक रूप से पोंगल सम्पन्नता को समर्पित त्यौहार है। इसमें समृद्धि लाने के लिए वर्षा, धूप तथा खेतिहर मवेशियों की आराधना की जाती है।
 
6. यह त्यौहार चार दिनों के लिए मनाया जाता है।
 
7. पहली पोंगल को 'भोगी पोंगल' कहते हैं जो भगवान इंद्र को समर्पित है। इस दिन संध्‍या के समय लोग अपने घरों से पुराने वस्‍त्र और कूडे़ को इकठ्ठा कर के आग में जलाते हैं।
 
8. दूसरी पोंगल को 'सूर्य पोंगल' कहते हैं। इस दिन लोग पोंगल नामक एक प्रकार की खीर बनाते हैं जो कि मिट्टी के बर्तन में नये धान और गुड़ से बनाई जाती है। पोंगल तैयार होने के बाद सूर्य देव की पूजा की जाती है और भोग लगाया जाता है।
 
9. तीसरे पोंगल को 'मट्टू पोंगल' कहा जाता है। तमिल मान्यता के अनुसार मट्टू भगवान शंकर का बैल है जिसे एक भूल के कारण भगवान शंकर ने पृथ्वी पर रह कर मानव के लिए अन्न पैदा करने के लिए कहा और तब से पृथ्वी पर रह कर कृषि कार्य में मानव की सहायता कर रहा है। इस दिन किसान अपने बैलों को स्नान कराते हैं, उन्‍हें सजाते हैं तथा उनकी पूजा करते हैं।
 
10. चौथे पोंगल को 'तिरूवल्लूर' के नाम से भी पुकारा जाता है। इस दिन घर को आम तथा नारियल के पत्तों से सजाया जाता है। घर के मुख्‍य द्वार पर रंगोली बनाई जाती है। साथ ही लोग नये कपडे़ पहनते हैं और दोस्‍तों तथा रिश्‍तेदारों के यहां मिठाई और पोंगल बना कर भेजते हैं।
 
11. तमिलनाडु के प्रायः सभी सरकारी संस्थानों में पोंगल के त्यौहार के अवसर पर अवकाश रहता है।
 
12. पोंगल पर्व सिर्फ तमिलनाडु में ही नहीं विदेश में भी बनाया जाता है। अमेरिका, कनाडा, सिंगापुर, मलेशिया, श्रीलंका सहित और देशों में भी पोंगल बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। 



Friday, March 3, 2017

"राम नवमी" के बारे में 09 रोचक तथ्य | 09 Interesting Facts about "Ram Navami" in Hindi


राम नवमी के बारे में कई रोचक बातें हैं। उनमें से 09 रोचक बातें निम्नलिखित हैं:

1. राम नवमी हिन्दुओं का एक प्रसिद्द त्यौहार है। यह एक धार्मिक और पारम्परिक त्यौहार है, जो हिन्दू धर्म के लोगों के द्वारा पूरे उत्साह के साथ प्रत्येक वर्ष मनाया जाता है।

2. यह त्यौहार हिन्दू कैलेंडर के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी (9वें दिन) को मनाया जाता है।
 
3. राम नवमी, भगवान राम के जन्म दिवस के रूप में सम्पूर्ण भारतवर्ष में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।
 
4. ऐसी मान्यता है कि असुरों के राजा रावण का संहार करने के लिए भगवान विष्णु ने त्रेता युग में राम के रूप में विष्णु का सातवां अवतार लिया था।
 
5. राम नवमी के दिन जगह-जगह घरों और मंदिरों में श्री राम की पूजा-अर्चना की जाती है और झांकियां सजाई जाती हैं।
 
6. हजारों श्रद्धालुओं के द्वारा अयोध्या (उत्तर प्रदेश), सीतामढ़ी (बिहार), रामेश्वरम (तमिलनाडु), भद्राचलम (आंध्रप्रदेश) आदि स्थलों पर राम नवमी के भव्य समारोह का आयोजन किया जाता है।
 
7. कुछ स्थानों (जैसे- अयोध्या, वाराणसी आदि) पर, भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी की रथ यात्रा अर्थात् जुलूस (शोभा यात्रा) को हजारों श्रद्धालुओं के द्वारा पवित्र नदी गंगा या सरयू में पवित्र डुबकी लेने के बाद निकाला जाता है।
 
8. भारत के दक्षिणी क्षेत्र में रहने वाले हिन्दू धर्म के लोग आमतौर पर इस उत्सव को कल्याणोत्सवम अर्थात् भगवान राम की शादी के समारोह के रुप में मनाते हैं। वे इसे, राम नवमी के दिन, अपने घरों में हिन्दू देवी-देवताओं राम-और सीता की मूर्तियों के साथ मनाते हैं।
 
9. राम नवमी के त्यौहार की रथ यात्रा का पारम्परिक और भव्य जुलूस शान्तपूर्ण राम राज्य को प्रदर्शित करने का सबसे अच्छा तरीका है, जिसमें लोग भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान की मूर्तियों को अच्छे ढंग से सजाते हैं और फिर गलियों में शोभायात्रा निकालते हैं।