Thursday, September 14, 2017

"2 अक्टूबर" के बारे में 24 रोचक तथ्य | 24 Interesting Facts about "2 October" in Hindi


2 अक्टूबर के बारे में कई रोचक बातें हैं। उनमें से 24 रोचक बातें निम्नलिखित हैं:
 
1. 2 अक्टूबर को प्रत्येक वर्ष 'गांधी जयंती' मनायी जाती है। 2 अक्टूबर महात्मा गांधी जी की जन्मतिथि है।

2. गांधी जयंती प्रतिवर्ष राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जन्मतिथि पर उनकी स्मृति को कायम रखने के लिए मनायी जाती है।

3. महात्मा गांधी का पूरा नाम मोहनदास करमचन्द गांधी था। उनका जन्म 2 अक्टूबर, 1869 को पोरबंदर, गुजरात, भारत में हुआ था।

4. उनके पिता का नाम करमचन्द गांधी था जो ब्रिटिश राज के समय काठियावाड़ की एक छोटी सी रियासत (पोरबंदर) के दीवान थे। उनकी माता का नाम पुतलीबाई था।

5. मई 1883 में साढ़े 13 साल की आयु पूर्ण करते ही उनका विवाह 14 साल की कस्तूरबा से कर दिया गया। मोहनदास और कस्तूरबा के चार सन्तान हुईं जो सभी पुत्र थे।

6. गांधी जी को 'महात्मा' के नाम से सबसे पहले 1915 में राजवैद्य जीवराम कालिदास ने संबोधित किया। उन्हें 'बापू' के नाम से भी याद किया जाता है। उन्हें सम्पूर्ण देश 'राष्ट्रपिता' के नाम से संबोधित करता है।

7. महात्मा गांधी को 5 बार नोबेल शांति पुरस्कार (Nobel Peace Prize) के लिए नामित किया गया।

8. महात्मा गांधी अंग्रेजी को एक आयरिश लहजे के एक रंग के साथ बोलते थे क्योंकि उनके पहले अंग्रेजी शिक्षकों में से एक शिक्षक आयरिश थे।

9. महात्मा गांधी 4 महाद्वीपों और 12 देशों में नागरिक अधिकार आंदोलन (Civil Rights Movement) के लिए जिम्मेदार थे।

10. 1913 से 1938 तक वे लगभग 79000 किलोमीटर चले, जो लगभग पृथ्वी का दो बार चक्कर लगाने के बराबर है।

11. महात्मा गांधी ने बोअर युद्ध (Boer War) के दौरान सेना में सेवा की। पर युद्ध के भयानक चित्र को देखकर उनहोंने हिंसा के खिलाफ आवाज़ उठाने की ठान ली।

12. 1939 में गांधीजी ने हिटलर को युद्ध न करने के लिए एक अनुरोध पत्र लिखा। लेकिन यह पत्र ब्रिटिश आर्मी के हस्तक्षेप के कारण कभी भी अपने इच्छित प्राप्तकर्ता के पास नहीं पहुंच पाया।

13. स्टीव जॉब्स महात्मा गांधी के एक प्रशंसक थे।
 
14. गांधी जी ने दुर्बन, प्रिटोरिया और जोहान्सबर्ग में 3 फुटबॉल क्लब की स्थापना में मदद की थी। इन तीनों क्लब का नाम एक ही था - "पैसिव रेसिस्टर्स सॉकर क्लब"।
 
15. भारत की 53 प्रमुख सड़कों और दुनिया के अन्य हिस्सों की लगभग 48 सड़कों का नाम "महात्मा गांधी रोड" है।

16. 30 जनवरी, 1948 को नाथूराम गौड़से नामक व्यक्ति ने गांधी जी की उस समय गोली मारकर हत्या कर दी जब वे नई दिल्ली के बिड़ला हाउस के मैदान में रात में चहलकदमी कर रहे थे।

17. उन्होंने अपनी मृत्यु के एक दिन पहले कांग्रेस को भंग (dissolve) करने का सोचा था।

18. महात्मा गांधी की शवयात्रा 8 किलोमीटर लंबी थी।

19. ग्रेट ब्रिटेन, वह देश जिसके खिलाफ महात्मा गांधी ने स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ी, उसी देश ने गांधी जी की मृत्यु के 21 साल बाद उनके सम्मान में एक डाक टिकट जारी किया।

20. गांधी जी का शुक्रवार (Friday) के साथ एक अजीब इत्तेफाक था। उनका जन्म शुक्रवार को हुआ था, भारत को स्वतंत्रता शुक्रवार को मिली और इसके साथ-साथ गांधी जी की हत्या भी शुक्रवार को ही की गयी थी।

21. गांधी जी ने अपना जीवन सत्य की व्यापक खोज में समर्पित कर दिया। उन्होंने इस लक्ष्य को प्राप्त करने करने के लिए अपनी स्वयं की गल्तियों और खुद पर प्रयोग करते हुए सीखने की कोशिश की। उन्होंने अपनी आत्मकथा को सत्य के प्रयोग का नाम दिया।

22. गांधी जी ने अपनी आत्मकथा "द स्टोरी ऑफ़ माय एक्सपेरिमेंट्स विथ ट्रुथ " (The Story of My Experiments with Truth) में दर्शन और अपने जीवन के मार्ग का वर्णन किया है।

23. भारत में, गांधी जयंती राष्ट्रीय त्यौहार के रूप में मनायी जाती है। इस दिन सभी सरकारी, अर्धसरकारी कार्यालय, निगम एवं शैक्षिक संस्थानों में सार्वजनिक अवकाश होता है।

24.
2 अक्टूबर के दिन गांधीजी की स्मृति में उनकी समाधि पर फूल, माला अर्पित करते हैं तथा रघुपति राघव राजा राम की कीर्तन ध्वनि, चरखा इत्यादि कार्यक्रमों का आयोजन होता है। 



Tuesday, September 5, 2017

"भारत के राष्ट्रीय ध्वज" के बारे में 17 रोचक तथ्य | 17 Interesting Facts about "National Flag of India" in Hindi


भारत के राष्ट्रीय ध्वज के बारे में कई रोचक बातें हैं। उनमें से 17 रोचक बातें निम्नलिखित हैं:

1. भारत का राष्ट्रीय ध्वज 'तिरंगा' है।

 
2. भारत के राष्ट्रीय ध्वज में सबसे ऊपर केसरिया, बीच में सफ़ेद व सबसे नीचे हरा रंग है। सभी रंग बराबर अनुपात में हैं। सफ़ेद रंग की पट्टी पर झंडे के मध्य में नीले रंग का चक्र है जिसमें 24 तीलियाँ हैं।

3. केसरिया रंग देश की ताकत एवं साहस का परिचायक है। बीच में सफ़ेद रंग की पट्टी शांति एवं सत्यता को दर्शाती है। हरे रंग की पट्टी धरती की उर्वरता, विकास एवं पवित्रता की परिचायक है। चक्र इस बात को दर्शित करता है कि जीवन गतिमान है जबकि मृत्यु निश्चलता का नाम है।

4. भारत के राष्ट्रीय ध्वज की लंबाई व चौड़ाई का अनुपात 3:2 है। चक्र का व्यास सफ़ेद पट्टी की चौड़ाई के लगभग बराबर होता है।

5. भारत के राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को 'पिंगली वेंकय्या', एक कृषक और भारतीय स्वतंत्रता सेनानी द्वारा डिजाइन किया गया था।

6. भारत की संविधानकारी सभा द्वारा तिरंगे को भारतीय राष्ट्रीय ध्वज के रूप में 22 जुलाई 1947 को अंगीकृत किया गया था।

7. भारत के राष्ट्रीय ध्वज को विदेशी धरती पर सबसे पहले 'भीखाजी खामा' के द्वारा लहराया गया था।

8. 'राकेश शर्मा' के द्वारा अन्तरिक्ष पर पहला राष्ट्रीय तिरंगा फ़हराया गया।

9. भारत के राष्ट्रीय ध्वज के निर्माण करने का अधिकार खादी विकास और ग्रामोद्योग आयोग के पास है, जो बदले में इसे क्षेत्रीय समूहों को आवंटित करता है।

10. भारत में ‘फ्लैग कोड ऑफ इंडिया’ (भारतीय ध्वज संहिता) नाम का एक कानून है, जिसमें भारत के राष्ट्रीय ध्वज को फहराने के कुछ नियम-कायदे निर्धारित किए गए हैं।

11. भारत के राष्ट्रीय ध्वज को फहराने का नियम यह है कि इसे सूर्योदय और सूर्यास्त के बीच दिन के प्रकाश में फहराया जाना चाहिए।

12. किसी भी हालत में फटा हुआ तिरंगा (राष्ट्रीय ध्वज) नहीं फ़हराया जा सकता है।

13. कोई अन्य ध्वज या कोई प्रतीकात्मक प्रतिनिधित्व भारत के राष्ट्रीय ध्वज के ऊपर नहीं होना चाहिए।

14. भारत के राष्ट्रीय ध्वज का उपयोग किसी भी तरह के व्यापार, कपड़ा पहनने, कवर आदि के लिए इस्तेमाल में नहीं किया जाना चाहिए।

15. भारत के संविधान के अनुसार जब किसी राष्ट्र विभूति का निधन होता हैं व राष्ट्रीय शोक घोषित होता हैं, तब कुछ समय के लिए भारत के राष्ट्रीय ध्वज को झुका दिया जाता हैं।

16. देश के लिए जान देने वाले शहीदों और देश की महान शख्सियतों को तिरंगे में लपेटा जाता हैं। इस दौरान केसरिया पट्टी सिर की तरफ और हरी पट्टी पैरों की तरफ होनी चाहिए।

17. लोगो को अपने घरों या आफिस में आम दिनों में भी भारत के राष्ट्रीय ध्वज फहराने की अनुमति 22 दिसंबर 2002 के बाद मिली।  



Tuesday, August 29, 2017

"भारत के राष्ट्रीय पशु" के बारे में 15 रोचक तथ्य | 15 Interesting Facts about "National Animal of India" in Hindi


भारत के राष्ट्रीय पशु के बारे में कई रोचक बातें हैं। उनमें से 15 रोचक बातें निम्नलिखित हैं:


1. भारत का राष्ट्रीय पशु 'बाघ' है।

 
2. भारतीय वन्यजीवन बोर्ड द्वारा 1972 में शेर के स्थान पर बाघ को भारत के राष्ट्रीय पशु के रूप में अपनाया गया।

3. देश के बड़े हिस्सों में इसकी मौजूदगी के कारण ही इसे भारत के राष्ट्रीय पशु के रूप में चुना गया था।

4. बाघ, भारत के वन्यजीवन की समृद्धि का प्रतीक है।

5. बाघ का शरीर मजबूत एवं रंग भूरा होता है जिसमें काले रंग की पट्टियां होती हैं।

6. बाघ की एक लंबी पूंछ होती है। उसके गद्देदार पैरों में तेज पंजे होते हैं।

7. बाघ का वजन 300 किलो तक का होता है।

8. बाघ शानदार तैराक होते हैं। बाघ 6 किलोमीटर तक की दूरी आराम से तैर सकते हैं।

9. बाघ, बिल्ली के परिवार के अंतर्गत आता है। यह एक बड़ी बिल्ली की तरह प्रतीत होता है।

10. बाघ आम तौर पर जंगलों में पाए जाते हैं।

11. बाघ रक्त और मांस का शौकीन होता है। यह बहुत क्रूर जंगली जानवर होता है।

12. भारत में बाघों की रक्षा के लिए, 'प्रोजेक्ट टाइगर' (Project Tiger) 1973 में शुरू किया गया था।

13. 'प्रोजेक्ट टाइगर' के शुभारंभ के बाद से, बाघों की आबादी में क्रमिक वृद्धि देखी गई है।

14. भारत में, बाघ के शिकार पर पूर्णतया प्रतिबंध है।

15. बाघों की घटती जनसंख्या और इसके संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रत्येक वर्ष 29 जुलाई को सम्पूर्ण विश्व में 'विश्व बाघ दिवस' मनाया जाता है। 



Friday, August 25, 2017

"वेंकैया नायडू" के बारे में 12 रोचक तथ्य | 12 Interesting Facts about "Venkaiah Naidu" in Hindi


वेंकैया नायडू के बारे में कई रोचक बातें हैं। उनमें से 12 रोचक बातें निम्नलिखित हैं:

1. वेंकैया नायडू का पूरा नाम मुप्पवरपु वेंकैया नायडू है।

2. वेंकैया नायडू का जन्म 1 जुलाई 1949 को आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिले के चावटपलेम में हुआ था।

3. वेंकैया नायडू ने अपनी स्कूली शिक्षा वी.आर. हाई स्कूल, नेल्लोर से पूरी की और वी.आर. कॉलेज से राजनीति तथा राजनयिक अध्ययन में स्नातक किया। वे स्नातक परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुये।

4. वेंकैया नायडू ने तत्पश्चात आन्ध्र विश्वविद्यालय, विशाखापत्तनम से कानून में स्नातक की डिग्री हासिल की।

5. वर्ष 1974 में वेंकैया नायडू आंध्र विश्वविद्यालय में छात्र संघ के अध्यक्ष के रूप में निर्वाचित हुए।

6. वेंकैया नायडू की छवि एक तेजतर्रार आन्दोलनकारी के रूप में रही है। छात्र जीवन में वे लोकनायक विचारधारा वाले जयप्रकाश नारायण की तरफ गये और उनसे काफी प्रभावित हुए।

7. जिस समय देश में आपातकाल लगा था, नायडू जी आपातकालीन संघर्ष में हिस्सा लेने लगे और वे आपातकाल के विरोध करने पर कई बार जेल भी गये।

8. 29 वर्ष की उम्र में वेंकैया नायडू वर्ष 1978 में पहली बार उदयगिरी से विधायक बने।

9. सन 1977 से 1980 तीन साल तक वेंकैया नायडू जनता पार्टी के युवा शाखा के अध्यक्ष रहे। सन 2002 से 2004 के समय वे भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाये गये।

10. वर्ष 2017 में 11 अगस्त को वेंकैया नायडू ने भारत के 13वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। उन्होंने पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की जगह ली।

11. उप राष्ट्रपति बनने से पहले नायडू जी केंद्र सरकार में शहरी विकास, आवास और शहरी गरीबी उन्मूलन तथा संसदीय कार्य मंत्री थे।

12. अटल बिहारी वाजपेयी से लेकर लालकृष्ण आडवाणी और नरेंद्र मोदी तक, वेंकैया नायडू जी सबकी पसंद रहे हैं। 



Tuesday, August 22, 2017

"भारत के राष्ट्रीय फूल" के बारे में 18 रोचक तथ्य | 18 Interesting Facts about "National Flower of India" in Hindi


भारत के राष्ट्रीय फूल के बारे में कई रोचक बातें हैं। उनमें से 18 रोचक बातें निम्नलिखित हैं:


1. भारत का राष्ट्रीय फूल 'कमल' है।

 
2. यह वैज्ञानिक रूप से 'नीलंबियन न्यूसिफ़ेरा' (Nelumbian nucifera) के नाम से जाना जाता है।

3. यह एक पवित्र फूल है और कला और प्राचीन भारत की पौराणिक कथाओं में इसका एक अनूठा स्थान रहा है।

4. कमल, आदि काल से ही भारतीय संस्कृति का एक शुभ प्रतीक रहा है।

5. इसके सांस्कृतिक महत्व को दृष्टिगत रखते हुए ही आधुनिक भारत के संस्थापकों द्वारा कमल को भारत के राष्ट्रीय फूल के रूप में प्रतिष्ठापित किया गया।

6. कमल के फूल केवल दो रंगों में मिलते हैं- गुलाबी और सफेद।

7. कमल तालाबों, पोखरों एवं कीचड़ भरी जगहों में पाया जाता है।

8 कमल की पत्तियां सरल और लम्बी, खोखली हवा से भरे डंठल (डंठल) जैसी होती हैं जिससे कि पत्तियों को पानी की सतह पर तैरने में सहयोग मिल सके।

9.कमल का डंठल 100 सेमी तक ऊँचा हो सकता है।

10. कमल के फूल आकार में बड़े एवं आम तौर पर पानी की सतह से ऊपर दिखाई देते हैं।

11. यह एक सुंदर फूल होता है जो देवत्व, प्रजनन, धन और ज्ञान का प्रतीक है।

12. हालांकि मूल रूप से कमल एक भारतीय फूल है, किन्तु आजकल यह चीन, जापान, ऑस्ट्रेलिया, वियतनाम, मिस्र और उष्णकटिबंधीय अमेरिका आदि जैसे देशों में भी पाया जाता है।

13. अशुद्धता से अछूता, कमल का फूल, दिल और मन की पवित्रता का प्रतीक है।

 

14. हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार कमल धन की देवी 'लक्ष्मी' का आसन है।

15. हालांकि कमल मुख्य रूप से एक सजावटी पौधे के रूप में माना जाता है और इसका फूल धार्मिक उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जाता है किन्तु इसके कई अन्य उपयोग भी हैं।

16. कमल का शहद आंखों के विभिन्न रोगों के उपचार के लिए उपयोगी है।

17. भारत के अलावा कमल, वियतनाम का भी राष्ट्रीय फूल है।

18. इसकी सुन्दरता मनमोहनी होती है जिसे देखकर ही कहावत का प्रयोग होता है कि 'कीचड़ में भी कमल खिलता है'।  


Wednesday, August 16, 2017

"रामनाथ कोविंद" के बारे में 13 रोचक तथ्य | 13 Interesting Facts about "Ramnath Kovind" in Hindi


रामनाथ कोविंद जी के बारे में कई रोचक बातें हैं। उनमें से 13 रोचक बातें निम्नलिखित हैं:
 
1. रामनाथ कोविंद जी का जन्म 1 अक्टूबर 1945 को कानपुर की डेरापुर तहसील के गांव परौंख में में हुआ था।

2. इनके पिता का नाम माईक लाल और इनकी माता का नाम कलावती था।

3. कोविन्द का सम्बन्ध कोरी (कोली) जाति से है जो उत्तर प्रदेश में अनुसूचित जाति के अंतर्गत आती है।

4. रामनाथ कोविंद की प्रारम्‍भिक शिक्षा संदलपुर ब्लाक के ग्राम खानपुर परिषदीय प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालय में हुई थी। इसके बाद इन्‍होंने डी.ए.वी. कॉलेज से बी कॉम व डी.ए.वी. लॉ कालेज से विधि स्नातक की पढ़ाई पूरी की।

5. रामनाथ कोविंद ने आई.ए.एस. की तैयारी की और तीसरे प्रयास में इन्‍होंने ये परीक्षा पास की लेकिन प्रथम स्‍थान न आने के कारण इन्‍होंने यह नौकरी ठुकरा दी।

6. 30 मई 1974 को रामनाथ कोविंद का विवाह सविता कोविन्द के साथ हो गया।

7. इन दोंनों के एक पुत्र जिसका नाम प्रशांत और एक पुत्री जिसका नाम स्‍वाति है।

8. कोविंद जी ने दिल्‍ली हाई कोर्ट में 16 साल तक प्रेक्टिस की थी।

9. रामनाथ कोविंद वर्ष 1977 से 1979 तक केन्‍द्र सरकार के वकील भी रहे।

10. कोविंद जी को सबसे पहली बार भारतीय जनता पार्टी ने वर्ष 1990 में घाटमपुर लोकसभा सीट से टिकट दिया लेकिन वह चुनाव हार गए।

11. कोविंद जी वर्ष 1994 में पहली बार राज्‍यसभा के लिए सांसद चुने गये थे और वह 12 साल तक राज्‍यसभा के सदस्‍य रहे थे।

12. कोविंद जी को 8 अगस्‍त 2015 को बिहार का गवर्नर नियुक्‍त किया गया।

13. 25 जुलाई 2017 को रामनाथ कोविंद ने उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश जे.एस. खेहर से भारत के 14वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। 


Tuesday, August 15, 2017

"भारत के राष्ट्रीय वृक्ष" के बारे में 17 रोचक तथ्य | 17 Interesting Facts about "National Tree of India" in Hindi


भारत के राष्ट्रीय वृक्ष के बारे में कई रोचक बातें हैं। उनमें से 17 रोचक बातें निम्नलिखित हैं:


1. भारत का राष्ट्रीय वृक्ष 'बरगद' है।

 
2. यह अक्सर 'भारतीय बरगद' या 'फिकस बेंगलेंसिस' (Ficus benghalensis) को विशेष रूप से संदर्भित करता है।

3. बरगद को 1950 में भारत के राष्ट्रीय वृक्ष के रूप में अपनाया गया था।

4. बरगद के पेड़ पूरे भारत देश में पाए जाते हैं।

5. बरगद के पेड़ भारत के अतिरिक्त पाकिस्तान और बांग्लादेश के उष्णकटिबंधीय और उप-उष्णकटिबंधीय भागों में भी पाए जाते हैं। वे दुनिया में सबसे बड़े पेड़ों का प्रतिनिधित्व करते हैं।

6. बरगद बहुवर्षीय विशाल वृक्ष है। यह एक स्थलीय द्विबीजपत्री एंव सपुष्पक वृक्ष है।

7. बरगद का तना सीधा एवं कठोर होता है। इसकी शाखाओं से जड़े निकलकर हवा में लटकती हैं तथा बढ़ते हुए जमीन के अंदर घुस जाती हैं एवं स्तंभ बन जाती हैं। इन जड़ों को 'बरोह' या 'प्राप' जड़ कहते हैं।

8. बरगद का फल छोटा गोलाकार एवं लाल रंग का होता है। इसके अन्दर बीज पाया जाता है। इसका बीज बहुत छोटा होता है किन्तु इसका पेड़ बहुत विशाल होता है।

9. बरगद की पत्ती चौड़ी एवं लगभग अण्डाकार होती है। इसकी पत्ती, शाखाओं एवं कलिकाओं को तोड़ने से दूध जैसा रस निकलता है जिसे 'लेटेक्स' कहा जाता है।

10. भारत का सबसे बड़ा बरगद का पेड़ पश्चिम बंगाल के शिबपुर, हावड़ा में भारतीय बॉटनिकल गार्डन में स्थित है। यह लगभग 25 मीटर लंबा है।

11. विशाल आकार का बरगद का पेड़ गर्मियों में एक ढाल के रूप में कार्य करता है एवं गर्म धूप से बचाता है। यही वजह है कि घरों, मंदिरों, गांवों और सड़क के किनारे यह पेड़ लगाए जाते हैं।

12. देश के ग्रामीण इलाकों में, बरगद के पेड़ को पंचायतों का केन्द्र बिंदु और ग्राम परिषदों और बैठकों के लिए सभा स्थल माना जाता है।

13. बरगद के पेड़ को हिंदुओं द्वारा पवित्र माना जाता है। इसे 'बरगद', 'वट' वृक्ष और 'बरह' के रूप में भी जाना जाता है।

14. विवाहित हिन्दू महिलाएं बरगद के वृक्ष की पूजा करती हैं, जो एक लंबे और सुखी विवाहित जीवन का नेतृत्व करती हैं।

15. दुनिया के कई हिस्सों में, बरगद के पेड़ की लकड़ी और छाल को कागज बनाने के लिए उपयोग किया जाता है।

16. बरगद के फल खाद्य और पोषक हैं। इन्हें त्वचा की जलन को कम करने और सूजन कम करने के लिए भी उपयोग किया जाता है।

17. उच्च औषधीय मूल्य के साथ, बरगद अक्सर कई बीमारियों का इलाज करने के लिए जड़ी बूटी के रूप में उपयोग किया जाता है।