भारत के राष्ट्रीय वृक्ष के बारे में कई रोचक बातें हैं। उनमें से 17 रोचक बातें निम्नलिखित हैं:
1. भारत का राष्ट्रीय वृक्ष 'बरगद' है।
2. यह अक्सर 'भारतीय बरगद' या 'फिकस बेंगलेंसिस' (Ficus benghalensis) को विशेष रूप से संदर्भित करता है।
3. बरगद को 1950 में भारत के राष्ट्रीय वृक्ष के रूप में अपनाया गया था।
4. बरगद के पेड़ पूरे भारत देश में पाए जाते हैं।
5. बरगद के पेड़ भारत के अतिरिक्त पाकिस्तान और बांग्लादेश के उष्णकटिबंधीय और उप-उष्णकटिबंधीय भागों में भी पाए जाते हैं। वे दुनिया में सबसे बड़े पेड़ों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
6. बरगद बहुवर्षीय विशाल वृक्ष है। यह एक स्थलीय द्विबीजपत्री एंव सपुष्पक वृक्ष है।
7. बरगद का तना सीधा एवं कठोर होता है। इसकी शाखाओं से जड़े निकलकर हवा में लटकती हैं तथा बढ़ते हुए जमीन के अंदर घुस जाती हैं एवं स्तंभ बन जाती हैं। इन जड़ों को 'बरोह' या 'प्राप' जड़ कहते हैं।
8. बरगद का फल छोटा गोलाकार एवं लाल रंग का होता है। इसके अन्दर बीज पाया जाता है। इसका बीज बहुत छोटा होता है किन्तु इसका पेड़ बहुत विशाल होता है।
9. बरगद की पत्ती चौड़ी एवं लगभग अण्डाकार होती है। इसकी पत्ती, शाखाओं एवं कलिकाओं को तोड़ने से दूध जैसा रस निकलता है जिसे 'लेटेक्स' कहा जाता है।
10. भारत का सबसे बड़ा बरगद का पेड़ पश्चिम बंगाल के शिबपुर, हावड़ा में भारतीय बॉटनिकल गार्डन में स्थित है। यह लगभग 25 मीटर लंबा है।
11. विशाल आकार का बरगद का पेड़ गर्मियों में एक ढाल के रूप में कार्य करता है एवं गर्म धूप से बचाता है। यही वजह है कि घरों, मंदिरों, गांवों और सड़क के किनारे यह पेड़ लगाए जाते हैं।
12. देश के ग्रामीण इलाकों में, बरगद के पेड़ को पंचायतों का केन्द्र बिंदु और ग्राम परिषदों और बैठकों के लिए सभा स्थल माना जाता है।
13. बरगद के पेड़ को हिंदुओं द्वारा पवित्र माना जाता है। इसे 'बरगद', 'वट' वृक्ष और 'बरह' के रूप में भी जाना जाता है।
14. विवाहित हिन्दू महिलाएं बरगद के वृक्ष की पूजा करती हैं, जो एक लंबे और सुखी विवाहित जीवन का नेतृत्व करती हैं।
15. दुनिया के कई हिस्सों में, बरगद के पेड़ की लकड़ी और छाल को कागज बनाने के लिए उपयोग किया जाता है।
16. बरगद के फल खाद्य और पोषक हैं। इन्हें त्वचा की जलन को कम करने और सूजन कम करने के लिए भी उपयोग किया जाता है।
17. उच्च औषधीय मूल्य के साथ, बरगद अक्सर कई बीमारियों का इलाज करने के लिए जड़ी बूटी के रूप में उपयोग किया जाता है।
3. बरगद को 1950 में भारत के राष्ट्रीय वृक्ष के रूप में अपनाया गया था।
4. बरगद के पेड़ पूरे भारत देश में पाए जाते हैं।
5. बरगद के पेड़ भारत के अतिरिक्त पाकिस्तान और बांग्लादेश के उष्णकटिबंधीय और उप-उष्णकटिबंधीय भागों में भी पाए जाते हैं। वे दुनिया में सबसे बड़े पेड़ों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
6. बरगद बहुवर्षीय विशाल वृक्ष है। यह एक स्थलीय द्विबीजपत्री एंव सपुष्पक वृक्ष है।
7. बरगद का तना सीधा एवं कठोर होता है। इसकी शाखाओं से जड़े निकलकर हवा में लटकती हैं तथा बढ़ते हुए जमीन के अंदर घुस जाती हैं एवं स्तंभ बन जाती हैं। इन जड़ों को 'बरोह' या 'प्राप' जड़ कहते हैं।
8. बरगद का फल छोटा गोलाकार एवं लाल रंग का होता है। इसके अन्दर बीज पाया जाता है। इसका बीज बहुत छोटा होता है किन्तु इसका पेड़ बहुत विशाल होता है।
9. बरगद की पत्ती चौड़ी एवं लगभग अण्डाकार होती है। इसकी पत्ती, शाखाओं एवं कलिकाओं को तोड़ने से दूध जैसा रस निकलता है जिसे 'लेटेक्स' कहा जाता है।
10. भारत का सबसे बड़ा बरगद का पेड़ पश्चिम बंगाल के शिबपुर, हावड़ा में भारतीय बॉटनिकल गार्डन में स्थित है। यह लगभग 25 मीटर लंबा है।
11. विशाल आकार का बरगद का पेड़ गर्मियों में एक ढाल के रूप में कार्य करता है एवं गर्म धूप से बचाता है। यही वजह है कि घरों, मंदिरों, गांवों और सड़क के किनारे यह पेड़ लगाए जाते हैं।
12. देश के ग्रामीण इलाकों में, बरगद के पेड़ को पंचायतों का केन्द्र बिंदु और ग्राम परिषदों और बैठकों के लिए सभा स्थल माना जाता है।
13. बरगद के पेड़ को हिंदुओं द्वारा पवित्र माना जाता है। इसे 'बरगद', 'वट' वृक्ष और 'बरह' के रूप में भी जाना जाता है।
14. विवाहित हिन्दू महिलाएं बरगद के वृक्ष की पूजा करती हैं, जो एक लंबे और सुखी विवाहित जीवन का नेतृत्व करती हैं।
15. दुनिया के कई हिस्सों में, बरगद के पेड़ की लकड़ी और छाल को कागज बनाने के लिए उपयोग किया जाता है।
16. बरगद के फल खाद्य और पोषक हैं। इन्हें त्वचा की जलन को कम करने और सूजन कम करने के लिए भी उपयोग किया जाता है।
17. उच्च औषधीय मूल्य के साथ, बरगद अक्सर कई बीमारियों का इलाज करने के लिए जड़ी बूटी के रूप में उपयोग किया जाता है।