Saturday, November 18, 2017

"गुलाब के फूल" के बारे में 21 रोचक तथ्य | 21 Interesting Facts about "Rose" in Hindi


गुलाब के फूल (Rose) के बारे में कई रोचक बातें हैं। उनमें से 21 रोचक बातें निम्नलिखित हैं:

1. गुलाब (Rose) का वैज्ञानिक नाम रोज़ा (Rosa) है किन्तु अलग-अलग प्रजातियों के अनुसार नाम भिन्न-भिन्न हैं।

2. गुलाब एक झाड़ीदार, कंटीला, पुष्पीय पौधा है जिसमें बहुत अच्छे सुगंधदार फूल होते हैं।

3. गुलाब की 100 से भी अधिक जातियां हैं, जिसमें सबसे अच्छे गुलाब एशिया के माने जाते हैं। जबकि कुछ जातियों के मूल प्रदेश यूरोप, उत्तरी अमेरिका तथा उत्तरी पश्चिमी अफ्रीका भी हैं।

4. गुलाब के फूल कई रंगों के होते हैं, लाल (कई तरह के हल्के एवं गहरे) पीले, सफेद इत्यादि। सफेद फूल के गुलाब को 'सेवती' कहते हैं। कहीं कहीं हरे और काले रंग के भी गुलाब के फूल होते हैं।

5. ऋतु के अनुसार गुलाब के दो भेद भारतवर्ष में माने जाते हैं- सदागुलाब और चैती। सदागुलाब प्रत्येक ऋतु में फूलता है और चैती गुलाब केवल बसंत ऋतु में। चैती गुलाब में विशेष सुगंध होती है और वही इत्र और दवा के काम का समझा जाता है।

6. गुलाब का फूल कोमलता और सुंदरता के लिये प्रसिद्ध है, इसी से लोग छोटे बच्चों की उपमा गुलाब के फूल से देते हैं।

7. गुलाब के इत्र का आविष्कार नूरजहाँ ने किया था। ऐसा कहा जाता है कि गुलाब का इत्र नूरजहाँ ने 1612 ईसवी में अपने विवाह के अवसर पर निकाला था।

8. भारत के राजस्थान प्रदेश की राजधानी जयपुर को 'गुलाबी नगर' कहा जाता है।

9. पौधों की बनावट, ऊँचाई, फूलों के आकार आदि के आधार पर गुलाब को निम्नलिखित पाँच वर्गों में बाँटा गया है:- हाइब्रिड टी, फ्लोरीबण्डा, पॉलिएन्था, मिनीएचर, लता गुलाब।

10. भारत में उत्तर प्रदेश के एटा, कानपुर, गाजीपुर, बलिया और राजस्थान के उदयपुर और चित्तौड़ और जम्मू कश्मीर में हिमाचल और अन्य राज्यों में भी गुलाब की खेती होती है।

11. दक्षिण भारत में गुलाब के उत्पादन के उद्योग चलाये जाते हैं, दक्षिण भारत में फूलों का व्यापार जोर-शोर से चलता है।

12. गुलाब के बहुत सारे औषधीय गुण हैं। गुलाब का फूल कई प्रकार की दवाओं में इस्तेमाल किया जाता है।

13. गुलाब की पंखुडियों और शक्कर से गुलकन्द बनाया जाता है।

14. गुलाब जल और गुलाब इत्र के कुटीर उद्योग चलते है। गुलाब जल आंखों में डालने से इससे आंखों की थकावट दूर हो जाती है ।

15. गुलाब के फूल मंदिरों, मंडपों एवं पूजा स्थलों में ज्यादा प्रयोग होते हैं और ये आर्थिक लाभ का साधन माना जाता है।

16. भारतीय साहित्य में गुलाब के अनेक संस्कृत पर्याय हैं जैसे 'गुलाब पाटल', 'तरूणी', ‘शतपत्री’, ‘कार्णिका’, ‘चारुकेशर’, ‘लाक्षा’ और 'गन्धाढ्य' आदि।

17. गुलाब के फूल को फारसी में 'गुलाब' कहा जाता है और अंग्रेजी में '
रोज़', बंगला में 'गोलाप', तमिल में 'इराशा' और तेलुगु में 'गुलाबि' है। अरबी में गुलाब ‘वर्दे’ अहमर है।

18. शिव पुराण में गुलाब को 'देव पुष्प' कहा गया है। ये रंग बिरंगे नाम गुलाब के वैविध्य गुणों को इंगित करते हैं।

19. हिन्दी के श्रृंगारी कवि ने गुलाब को 'रसिक पुष्प' के रूप में चित्रित किया है। कवि देव ने अपनी कविता में बालक बसन्त का स्वागत गुलाब द्वारा किए जाने का चित्रण किया है। कवि श्री निराला ने गुलाब को पूंजीवादी और शोषक के रूप में अंकित किया है। रामवृक्ष बेनीपुरी ने इसे संस्कृति का प्रतीक कहा है।

20. प्रत्येक वर्ष 7 फरवरी को 'गुलाब दिवस' मनाया जाता है।

21. यूरोप के कुछ देशो ने गुलाब को अपना 'राष्ट्रीय पुष्प' घोषित किया है। 



Wednesday, November 15, 2017

"केले" के बारे में 14 रोचक तथ्य | 14 Interesting Facts about "Banana" in Hindi


केले के बारे में कई रोचक बातें हैं। उनमें से 14 रोचक बातें निम्नलिखित हैं:

1. केले का वैज्ञानिक नाम 'मूसा अक्युमिनात' (Musa acuminat) है।

2. केले की उत्पत्ति लगभग 4000 साल पहले मलेशिया में हुई थी। 


3. वर्तमान में, केलों के उत्पादन में भारत पहले स्थान पर आता है, यहाँ पर पूरे विश्व का लगभग 28 प्रतिशत केलों का उत्पादन किया जाता है।

4. प्रति वर्ष लगभग 1 लाख करोड़ केले खाए जाते हैं जो कि इसे गेहूँ, चावल और मक्का के बाद चौथा सबसे बड़ा खेती का उत्पाद बनाता है।

5. प्रति व्यक्ति ज्यादा केला खाने के मामले में अफ्रीका का युगान्डा पहले नंबर पर आता है। युगान्डा में हर व्यक्ति के द्वारा साल में औसतन 225 किलो के बराबर केला खाया जाता है।

6. केला सबसे ज्यादा सुबह के समय नाश्ते के तौर पर खाया जाता है।

7. सिर्फ दो केला खाने से हमें 90 मिनट तक लगातार बिना रुके काम करने की ऊर्जा मिल जाती है।

8. एसिडिटी (अम्लता) होने पर केला खाने से तुरंत ही आराम मिल जाता है।

9. केला दिमाग की शक्ति को भी मजबूत करता है।

10. खून की कमी (एनीमिया) को दूर करने के लिए केला प्रयोग किया जाता है।

11. केले में लगभग 75% पानी होता है।

12. केला को फ्रिज में रखने से ये जल्दी ख़राब हो जाता है इसलिए इसे फ्रिज में नहीं रखना चाहिए क्योंकि केला गर्म जलवायु वाले स्थानों पर उगाया जाने वाला फल है और इसे कम तापमान में रखने से यह जल्दी ख़राब हो जाता है।

13. अगर किसी इंसान को कहीं पर मच्छर काट ले तो उस जगह पर केले का छिलका रगड़ने पर दर्द तुरंत कम हो जाता है। 

14. केला हिन्दू धर्म में बहुत ही पवित्र फल माना जाता है। किसी भी शुभ-मंगल कार्य में केले के पत्ते को पूजा के लिए और केले को प्रसाद के तौर पर जरूर प्रयोग किया जाता है।  



Monday, November 13, 2017

"कछुआ" के बारे में 12 रोचक तथ्य | 12 Interesting Facts about "Tortoise" in Hindi


कछुआ के बारे में कई रोचक बातें हैं। उनमें से 12 रोचक बातें निम्नलिखित हैं:


1. कछुआ (Tortoise) उरगों के एक गण परिवर्मिगण (किलोनिया) का प्राणी है। यह जल और स्थल दोनों स्थानों में पाया जाता है।

2. कछुओं का गोल शरीर कड़े डिब्बे जैसे आवरण से ढका रहता है। इस कड़े आवरण या खोल को खपड़ा कहा जाता है। यह खपड़ा कड़े पर्तदार शल्कों से ढँका रहता है।

3. कछुए की चारों टाँगें तथा लंबी गरदन बाहर निकली रहती हैं।
 
4. जल और स्थल के कुछए तो भिन्न होते ही हैं, मीठे तथा खारे जल के कछुओं की भी पृथक जातियाँ होती हैं।
 
5. कछुओं का ऊपरी भाग प्राय: उत्तल (उभरा हुआ) और निचला भाग चपटा रहता है। ऊपरी भाग को उत्कवच (कैरापेस) और नीचे वाले को उदरवर्म (प्लैस्ट्रन) कहते हैं।
 
6. कछुओं के मुँह में दाँत नहीं होते, किंतु उनके स्थान पर एक कड़ी हड्डी का चंद्राकर पट्ट (प्लेट) सा रहता है, जिसकी धार बहुत तीक्ष्ण होती है।
 
7. कछुए आसानी से रात के अंधेरे में देख लेते हैं। यह रंगों को देख सकते हैं और पराबैंगनी किरणों से लेकर लाल रंग तक को देख सकते हैं।
 
8. संसार में लगभग 225 जातियों के कछुए हैं, जिसमें सबसे बड़ा समुद्री कछुआ सामान्य चर्मकश्यप होता है। समुद्री कछुआ लगभग 8 फुट लंबा और 30 मन भारी होता है।
 
9. अंटार्कटिका को छोडकर कछुए लगभग सभी महाद्वीपों में पाए जाते हैं।
 
10. कछुओं की प्रजाति विश्व की सबसे पुरानी जीवित प्रजातियों (लगभग 200 मिलियन वर्ष) में से एक मानी जाती है।
 
11. माना जाता है कि ये प्राचीन प्रजातियां स्तनधारियों, चिड़ियों, सांपों और छिपकलियों से भी पहले धरती पर अस्तित्व में आ चुके थे।
 
12. लोगों का ध्यान कछुओं की तरफ आकर्षित करने और उन्हें बचाने के लिए किए जाने वाले मानवीय प्रयासों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से 'विश्व कछुआ दिवस' प्रत्येक वर्ष 23 मई को सम्पूर्ण विश्व में मनाया जाता है।  


Wednesday, November 8, 2017

"उत्तराखंड" के बारे में 17 रोचक तथ्य | 17 Interesting Facts about "Uttarakhand" in Hindi


उत्तराखंड के बारे में कई रोचक बातें हैं। उनमें से 17 रोचक बातें निम्नलिखित हैं:

1. उत्तराखंड भारत देश के उत्तर में स्थित एक प्रदेश है। हिंदी में उत्तराखंड का अर्थ उत्तरी क्षेत्र या भाग होता है।

2. अनेक धार्मिक स्थानों और पूजा स्थलों के स्थित होने के कारण उत्तराखंड को 'देव भूमि' भी कहा जाता है।

3. प्रदेश में हिन्दू धर्म की पवित्रतम और भारत की सबसे बड़ी नदियों गंगा और यमुना के उद्गम स्थल क्रमशः 'गंगोत्री' और 'यमुनोत्री' तथा इनके तटों पर बसे वैदिक संस्कृति के कई महत्त्वपूर्ण तीर्थ स्थान हैं।

4. उत्तराखंड की स्थापना 9 नवम्बर 2000 को हुई थी। इस प्रदेश का निर्माण उत्तर प्रदेश का विभाजन करके किया गया।

5.
उत्तराखंड की सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा 'हिंदी' है। 'गढ़वाली' और 'कुमाउंनी' प्रदेश की दो प्रमुख भाषाएं हैं।

6. उत्तराखंड की राजधानी 'देहरादून' है।

7. उत्तराखंड का राजकीय पशु 'कस्तूरी मृग' है।

8. उत्तराखंड का राजकीय पक्षी 'हिमालयन मोनाल' है।

9. उत्तराखंड प्रदेश का उच्च न्यायालय 'नैनीताल' में है।

10. इस प्रदेश के उत्तर में 'तिब्बत', पूर्व में 'नेपाल', पश्चिम में 'हिमाचल प्रदेश' एवं दक्षिण में 'उत्तर प्रदेश' है।

11. उत्तराखंड में कुल 13 जिले हैं। यहाँ लोक सभा की 5 एवं राज्य सभा की 3 सीट हैं। प्रदेश की विधान सभा में 70 सीट हैं।

12. प्रदेश के प्रमुख शहरों में देहरादून, बागेश्वर, नैनीताल, हरिद्वार, रानीखेत, रुद्रप्रयाग और कौसानी हैं।

13. भारत की प्रथम आई.टी. हिंदी प्रयोगशाला 6 फरवरी 2003 को देहरादून में स्थापित की गयी, जो उत्तराखंड में है। 

14. उत्तराखंड का संदर्भ कई हिन्दू पुराणों एवं ग्रंथों में भी मिलता है।

15. सन 2000 से 2006 तक यह 'उत्तरांचल' के नाम से जाना जाता था। सन 2007 में इस प्रदेश का नाम आधिकारिक रूप से बदलकर 'उत्तरांचल' से 'उत्तराखंड' कर दिया गया।

16. उत्तराखंड पर्यटन की दृष्टि से बहुत समृद्ध प्रदेश है। यहाँ के प्रसिद्द पर्यटन स्थल जिम कार्बेट नेशनल पार्क, रानीखेत, पिथौरागढ़ और नैनीताल हैं।

17. धार्मिक स्थलों में बद्रीनाथ, केदारनाथ, यमनोत्री, गंगोत्री, हरिद्वार और ऋषिकेश प्रमुख हैं। प्रत्येक वर्ष लाखों श्रद्धालु 'चार धाम यात्रा' के लिए
उत्तराखंड आते हैं।  


Monday, October 30, 2017

"तम्बाकू" के बारे में 19 खतरनाक तथ्य | 19 Dangerous Facts about "Tobacco" in Hindi


तम्बाकू से संबंधित कई खतरनाक बातें हैं। उनमें से 19 बातें निम्नलिखित हैं:

1. तम्बाकू, एक प्रकार के निकोटियाना प्रजाति के पेड़ के पत्तों को सुखा कर नशा करने की वस्तु बनाई जाती है।

2. सम्पूर्ण संसार में तम्बाकू का दुरूपयोग सिगरेट के रूप में किया जाता है। भारत में इसका उपयोग अन्य रूप में भी किया जाता है, जैसे- बीड़ी, हुक्का, गुल, गुड़ाकु, जर्दा, किमाम, खैनी, गुटखा आदि।

3. तम्बाकू को जब गुल, गुड़ाकु, या खैनी, के रूप में प्रयोग करते है तो इसके कारण मुंह मे अनेक रोग उत्पन्न हो सकते हैं, जैसे- सफेद दाग, मुँह का नहीं खुल पाना, तथा कैंसर रोग भी हो सकता है।

4. बीड़ी-सिगरेट के पीने से शरीर में व्यापक प्रभाव पड़ता है। इसके कारण हृदय रोग जैसे मायोकोर्डियल इनर्फाकशन तथा अनजाइना हो सकता है। रक्तचाप (ब्लड प्रेशर) बढ़ सकता है। साँस की बीमारी जैसे ब्रोंकाइटीस, दमा, तथा फेफड़ो का कैंसर हो सकता है।

5. आंकड़े बोलते हैं कि भारत में 48 प्रतिशत पुरूष और 20 प्रतिशत महिला तम्बाकू का सेवन करती हैं। 

6. आंकड़े बोलते हैं कि 90 प्रतिशत मुंह का कैंसर, 90 प्रतिशत फेफड़े का कैंसर और 77 प्रतिशत नली का कैंसर धूम्रपान सेवन करने से होता है।

7. चीन और ब्राजील के बाद भारत तीसरा सबसे बड़ा तम्बाकू उत्पादक देश है।

8. विश्व स्वास्थ्य संगठन (W.H.O.) के मुताबिक दुनिया के करीब 125 देशों में तंबाकू का उत्पादन होता है। 

9. दुनिया भर में हर साल करीब 5.5 खरब सिगरेट का उत्पादन होता है और एक अरब से ज्यादा लोग इसका सेवन करते हैं।

10. विश्व स्वास्थ्य संगठन (W.H.O.) के अनुसार चीन में 30 प्रतिशत लोग, भारत में 11 प्रतिशत लोग, रूस में 5.5 प्रतिशत, अमेरिका में 5 प्रतिशत और जर्मनी में 2.5 प्रतिशत लोग धूम्रपान करते हैं।

11. रिपोर्ट के अनुसार भारत में भारत में तम्बाकू का सेवन करने वाले 60 प्रतिशत लोग सुबह उठने के आधे घंटे के भीतर ही तम्बाकू का सेवन करते हैं।

12. भारत में 10 अरब सिगरेट और 72 करोड़ 50 लाख किलो तंबाकू का उत्पादन होता है।

13. 8 लाख लोगों की हर वर्ष तम्बाकू उत्पादों से सेवन करने के कारण मौतें होती हैं।

14. विश्व में हर 8 सेकेण्ड में धूम्रपान की वजह से एक व्यक्ति की मौत हो रही है।

15. प्रत्येक दिन, 18 वर्ष से कम उम्र के 3200 से अधिक लोग पहली बार धूम्रपान करते हैं। जिनमें से लगभग 2100 युवा धूम्रपान के आदि हो जाते हैं।

16. दुनिया के किसी अन्य देश के मुक़ाबले में भारत में तंबाकू से होने वाली बीमारियों से मरने वाले लोगों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ रही है।

17. भारत में सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान पर पाबंदी है, इसके बावजूद लचर कानून व्यवस्था के चलते इस पर अमल नहीं हो पाता।

18. भारत में आर्थिक मामलों की संसदीय समिति पहले ही राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम को मंज़ूरी दे चुकी है। इसका मक़सद तम्बाकू नियंत्रण कानून के प्रभावी क्रियान्वयन और तम्बाकू के हानिकारक प्रभावों के बारे में लोगों तक जागरूकता फैलाना है।

19. तंबाकू और धूम्रपान के दुष्परिणामों को देखते हुए ही विश्व स्वास्थ्य संगठन (W.H.O.) ने हर साल 31 मई को तंबाकू निषेध दिवस मनाने का निर्णय लिया। तभी से 31 मई को प्रतिवर्ष 'विश्व धूम्रपान निषेध दिवस' के रूप में इसे मनाया जाता है। 



Sunday, October 29, 2017

"छिपकली" के बारे में 10 रोचक तथ्य | 10 Interesting Facts about "Lizard" in Hindi

 
छिपकली के बारे में कई रोचक बातें हैं। उनमें से 10 रोचक बातें निम्नलिखित हैं:

1. 'छिपकली', रैपटाइल परिवार का सबसे बड़ा प्रजाति समूह है। छिपकली के आलावा रैपटाइल परिवार में सांप, घड़ियाल, मगरमच्छ, मेढक, और कछुआ जैसी अन्य प्रजातियाँ भी शामिल हैं।

2. छिपकली का वैज्ञानिक नाम 'लाकेर्टिलिआ' (Lacertilia) है।

3. छिपकली का शरीर उसकी बाहरी त्वचा के मुकाबले काफी तेजी से बढ़ता है और इसी कारण छिपकली समय-समय पर अपनी त्वचा उतारती रहती है।

4. छिपकली की नाक उसकी जीभ में ही होती है और इसी कारण वो किसी चीज़ को सूंघने के लिए अपनी जीभ बाहर निकालती है।

5. हैरानी की बात है कि छिपकली की पूंछ कई बार उसकी सुरक्षा करती है जब भी कोई दुश्मन छिपकली को उसकी पूंछ से पकड़ता है तो छिपकली अपनी पूंछ का वह हिस्सा अपने शरीर से अलग कर देती है।

6. कोमोडो ड्रागन प्रजाति की छिपकली दुनिया की सबसे बड़ी और खतरनाक छिपकली है। यह 10 फुट लम्बी और 300 पौंड भारी होती है। ऐसा कहा जाता है कि कोमोडो ड्रागन इंसानों को भी नहीं छोड़ती है।


7. दुनिया में छिपकली की कुछ प्रजातियां तो ऐसी हैं जो बिलकुल सांप की तरह दिखती हैं। इनके सिर पर कान के छेद और ऑंखें होती हैं जिनसे इन्हें पहचाना जा सकता है।

8. छिपकली अंटार्कटिका महाद्वीप को छोड़कर संसार के हर कोने में पाई जाती है। शरीर की तासीर ठंडी होने के कारण और अंटार्कटिका में बहुत ठंडे वातावरण के कारण वहां इनका जीवन संभव नहीं है।

9. कुछ छिपकलियाँ मूड के अनुसार अपनी त्वचा का रंग बदलती रहती हैं।


10. ऐसा कहा जाता है कि छिपकली का दिल 1 मिनट में 1 हजार बार धड़कता है।  



Tuesday, October 24, 2017

"ब्लूबेरी" (नीलबदरी) के बारे में 17 रोचक तथ्य | 17 Interesting Facts about "Blueberry" in Hindi



ब्लूबेरी (नीलबदरी) के बारे में कई रोचक बातें हैं। उनमें से 17 रोचक बातें निम्नलिखित हैं:
 
1. 'ब्लूबेरी' जिसे 'नीलबदरी' भी कहते हैं, उसका वैज्ञानिक नाम 'वैक्सीनियम कोरीबोसोम' (Vaccinium corymbosum) है। यह बारहमासी फूलों वाले पौधे होते हैं।

2. ब्लूबेरी के पौधे आमतौर पर झुग्गियों के आकार के होते हैं जो आकार में 10 सेंटीमीटर (3. 9 इंच) से लेकर 4 मीटर (13 फीट) ऊंचाई तक हो सकते हैं। यह मुख्यतः उत्तर अमेरिका, यूरोप और एशिया में पाए जाते हैं।

3. वाणिज्यिक उत्पादन की दृष्टि से छोटी प्रजातियों को 'कम बुश ब्लूबेरी' (Low Bush Blueberry) के रूप में जाना जाता है, जबकि बड़ी प्रजातियों को 'उच्च बुश ब्लूबेरी' (High Bush Blueberry) के रूप में जाना जाता है।

4. ब्लूबेरी की पत्तियां पर्णपाती या सदाबहार हो सकती हैं, ये भाले के आकार एवं अंडाकार हो सकती हैं, और 1-8 सेमी (0.3 9 -3.15 इंच) लंबी और 0.5-3.5 सेमी (0.20-1.38 इंच) चौड़ी हो सकती हैं।

5. ब्लूबेरी के फूल घंटी के आकार के, सफेद, पीले गुलाबी या लाल होते हैं।

6. ब्लूबेरी के फल बेर जैसे 5-16 मिलीमीटर (0.20-0.63 इंच) व्यास में होते हैं जो अंत में एक भरी हुई ताज के साथ जैसे दिखते हैं। वे पहले पीले-हरे होते हैं, फिर लाल-बैंगनी, और परिपक्व होने पर काले-बैंगनी होते हैं।

7. ब्लूबेरी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है। इसमें भरपूर एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जो संक्रमण से लड़कर इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं।

8. ब्लूबेरी मुंह, गर्भाशय, लिवर आदि के कैंसर के खतरे को रोकने में मदद करती है। इसमें मौजूद कॉपर,फेनोलिक के तत्व कैंसर की कोशिकाओं को बढ़ने नहीं देते। 

9. ब्लूबेरी के सेवन से पेट की चर्बी कम होती है। इसमें मौजूद पॉलीफेनॉल्स पेट की चर्बी के साथ-साथ मेटाबोलिक सिंड्रोम के खतरे को भी कम करते हैं।

10. ब्लूबेरी विटामिन-सी का अच्छा स्रोत है। इसमें बैक्टीरिया एवं वायरल से लड़ने वाले तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर को जीवाणुओं से होने वाली बीमारियों से बचाते हैं।

11. ब्लूबेरी में दिमाग के कार्य करने की शक्ति को बढ़ाने वाले विटामिन-ए, बी-काम्प्लेक्स के अलावा सेलेनियम, ज़िंक आदि पोषक तत्व होते हैं।

12. ब्लूबेरी महिलाओं में दिल के दौरे को कम करने में मदद करती है। इसमें उच्च स्तर के यौगिक तत्व होते हैं जो धमनियों को बढ़ने में मदद करते हैं।

13. ब्लूबेरी आँखों के लिए भी अच्छी होती है। इसमें मौजूद खनिज पदार्थ एवं एंटीऑक्सीडेंट्स आँखों की रोशनी को तेज रखने में मदद करते हैं।

14. ब्लूबेरी में फाइबर भी होता है जो खाने के बीच के अंतराल में भूख का एहसास नहीं होने देता। इसमें बड़ी मात्रा में मैंगनीज़ पाया जाता है जो मेटाबोलाइज़,  प्रोटीन्स, कार्बोहाइड्रेट और फैट को व्यवस्थित रखता है।

15. ब्लूबेरी त्वचा को तरो-ताज़ा बनाये रखती है। इसमें पाए जाने वाले रेस्वेराट्रोल धूप से त्वचा को बचाता है। विटामिन और खनिज तत्व मुंहासे नहीं होने देते।

16. ब्लूबेरी पाचनतंत्र को कार्यशील बनाये रखती है। घुलनशील और अघुलनशील फाइबर का एक प्राकृतिक स्रोत होने के कारण यह हमारे पाचनतंत्र को नियंत्रित करने में भी मदद करती है।

17. ब्लूबेरी स्वाद में खट्टे-मीठे होते हैं। ब्लूबेरी को 'सुपरफूड' (Super Food) भी कहा जाता है।