तम्बाकू से संबंधित कई खतरनाक बातें हैं। उनमें से 19 बातें निम्नलिखित हैं:
1. तम्बाकू, एक प्रकार के निकोटियाना प्रजाति के पेड़ के पत्तों को सुखा कर नशा करने की वस्तु बनाई जाती है।
2. सम्पूर्ण संसार में तम्बाकू का दुरूपयोग सिगरेट के रूप में किया जाता है। भारत में इसका उपयोग अन्य रूप में भी किया जाता है, जैसे- बीड़ी, हुक्का, गुल, गुड़ाकु, जर्दा, किमाम, खैनी, गुटखा आदि।
3. तम्बाकू को जब गुल, गुड़ाकु, या खैनी, के रूप में प्रयोग करते है तो इसके कारण मुंह मे अनेक रोग उत्पन्न हो सकते हैं, जैसे- सफेद दाग, मुँह का नहीं खुल पाना, तथा कैंसर रोग भी हो सकता है।
4. बीड़ी-सिगरेट के पीने से शरीर में व्यापक प्रभाव पड़ता है। इसके कारण हृदय रोग जैसे मायोकोर्डियल इनर्फाकशन तथा अनजाइना हो सकता है। रक्तचाप (ब्लड प्रेशर) बढ़ सकता है। साँस की बीमारी जैसे ब्रोंकाइटीस, दमा, तथा फेफड़ो का कैंसर हो सकता है।
5. आंकड़े बोलते हैं कि भारत में 48 प्रतिशत पुरूष और 20 प्रतिशत महिला तम्बाकू का सेवन करती हैं।
6. आंकड़े बोलते हैं कि 90 प्रतिशत मुंह का कैंसर, 90 प्रतिशत फेफड़े का कैंसर और 77 प्रतिशत नली का कैंसर धूम्रपान सेवन करने से होता है।
7. चीन और ब्राजील के बाद भारत तीसरा सबसे बड़ा तम्बाकू उत्पादक देश है।
8. विश्व स्वास्थ्य संगठन (W.H.O.) के मुताबिक दुनिया के करीब 125 देशों में तंबाकू का उत्पादन होता है।
9. दुनिया भर में हर साल करीब 5.5 खरब सिगरेट का उत्पादन होता है और एक अरब से ज्यादा लोग इसका सेवन करते हैं।
10. विश्व स्वास्थ्य संगठन (W.H.O.) के अनुसार चीन में 30 प्रतिशत लोग, भारत में 11 प्रतिशत लोग, रूस में 5.5 प्रतिशत, अमेरिका में 5 प्रतिशत और जर्मनी में 2.5 प्रतिशत लोग धूम्रपान करते हैं।
11. रिपोर्ट के अनुसार भारत में भारत में तम्बाकू का सेवन करने वाले 60 प्रतिशत लोग सुबह उठने के आधे घंटे के भीतर ही तम्बाकू का सेवन करते हैं।
12. भारत में 10 अरब सिगरेट और 72 करोड़ 50 लाख किलो तंबाकू का उत्पादन होता है।
13. 8 लाख लोगों की हर वर्ष तम्बाकू उत्पादों से सेवन करने के कारण मौतें होती हैं।
14. विश्व में हर 8 सेकेण्ड में धूम्रपान की वजह से एक व्यक्ति की मौत हो रही है।
15. प्रत्येक दिन, 18 वर्ष से कम उम्र के 3200 से अधिक लोग पहली बार धूम्रपान करते हैं। जिनमें से लगभग 2100 युवा धूम्रपान के आदि हो जाते हैं।
16. दुनिया के किसी अन्य देश के मुक़ाबले में भारत में तंबाकू से होने वाली बीमारियों से मरने वाले लोगों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ रही है।
17. भारत में सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान पर पाबंदी है, इसके बावजूद लचर कानून व्यवस्था के चलते इस पर अमल नहीं हो पाता।
18. भारत में आर्थिक मामलों की संसदीय समिति पहले ही राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम को मंज़ूरी दे चुकी है। इसका मक़सद तम्बाकू नियंत्रण कानून के प्रभावी क्रियान्वयन और तम्बाकू के हानिकारक प्रभावों के बारे में लोगों तक जागरूकता फैलाना है।
19. तंबाकू और धूम्रपान के दुष्परिणामों को देखते हुए ही विश्व स्वास्थ्य संगठन (W.H.O.) ने हर साल 31 मई को तंबाकू निषेध दिवस मनाने का निर्णय लिया। तभी से 31 मई को प्रतिवर्ष 'विश्व धूम्रपान निषेध दिवस' के रूप में इसे मनाया जाता है।