Wednesday, January 15, 2020

"फांसी" के बारे में 13 रोचक तथ्य | 13 Interesting Facts about "Hanging" in Hindi


हमारे देश के दंड विधान में फांसी की सजा सबसे बड़ी सजा है। भारत में किसी भी दोषी को फांसी (Hanging) पर चढ़ाए जाने के पहले लंबी प्रक्रिया होती है। फांसी की सजा सुनाये जाने से लेकर फांसी दिए जाने तक अनेक नियम-कानूनों का सामना करना पड़ता है। फांसी की सजा से जुड़ी कई रोचक बातें हैं। उनमें से 13 रोचक बातें निम्नलिखित हैं:

1. फांसी का फैसला जिस पेन से लिखा जाता है, फैसला लिखने के पश्चात उसकी निब जज द्वारा तोड़ दी जाती है।



2. डेथ वारंट जारी होने के बाद जेल प्रशासन का काम होता है कैदियों को मानसिक रूप से मौत के लिए तैयार करना। उन्हें एक अलग कोठरी में शिफ्ट किया जाता है और उनकी लगातार निगरानी की जाती है।

3. डेथ वारंट से फांसी होने तक दोषी कैदियों की लगातार काउंसलिंग की जाती है। उन्हें सादा खाना और एक जोड़ी कपड़े मिलते हैं। अगर वे चाहें तो धार्मिक ग्रंथों का पाठ भी सुन सकते हैं।

4. फांसी देने के समय सजायाफ्ता अपराधी के अतिरिक्त जेल अधीक्षक, मजिस्ट्रेट, डॉक्टर और जल्लाद मौजूद रहते हैं। इनकी उपस्थिति के बिना फांसी नहीं दी जा सकती।

5. फांसी सदैव सूर्योदय से पहले दी जाती है।

6. फांसी देने के लिए विशेष रस्सी का इंतजाम किया जाता है। यह रस्सी सिर्फ बिहार की बक्सर जेल में बनती है और इसे 'मनीला रोप' कहा जाता है।

7. फांसी का फंदा जेल में सजा काट रहे कैदी ही तैयार करते हैं। 

8. फांसी होने से पहले फांसी की रस्सी को चेक किया जाता है। फिर उस रस्सी के साथ एक डमी फांसी दी जाती है, जिसमें फांसी पाए दोषी के शरीर के वजन से डेढ़ गुना ज्यादा वजन का डमी पुतला तैयार किया जाता है।

9. फांसी देने से पहले रस्सी पर मोम या मक्खन लगाया जाता है। ऐसा इसलिए किया जाता है कि यह गर्दन को छीले नहीं बल्कि आराम से दबाव बनाए और साथ ही फंदे के लिए लगाई गई गांठ कहीं अटके नहीं।

10. फांसी से पहले कैदी की आखिरी इच्छा पूँछी जाती है। आखिरी इच्छा में कोई विशेष धर्मग्रन्थ पढ़ना, कोई विशेष व्यंजन खाना या अपने परिजनों से मिलना शामिल होता है।

11. फांसी देने से पहले जल्लाद मरने वाले से माफ़ी मांगता है।

12. फांसी से पहले कैदी के चेहरे को काले कपड़े से ढक दिया जाता है और फांसी पर लटका दिया जाता है।

13. फांसी देते वक्त सब काम इशारों में ही होता है ताकि कैदी विचलित न हो। फांसी के बाद चिकित्सक शव की जांच करके मौत की पुष्टि करते हैं। 




Monday, April 22, 2019

"धूम्रपान" के बारे में 17 खतरनाक तथ्य | 17 Dangerous Facts about "Smoking" in Hindi


धूम्रपान के बारे में कई खतरनाक बातें हैं। उनमें से 17 बातें निम्नलिखित हैं:

1. पन्द्रहवीं सदी में मुगलकाल बादशाह अकबर के वैद्य अब्दुल ने हुक्के का आविष्कार किया था।
 
2. भारत में वर्नेल नामक पुर्तगाली ही तंबाकू को लेकर आए थे।
 
3. भारत में सन् 1609 के आसपास धूम्रपान की शुरूआत हुई।
 
4. अमेरिका में लोगों ने तंबाकू को पत्ते में लपेटकर बीड़ी के रूप में पीना शुरू किया था।
 
5. इंग्लैण्ड वासी ने तंबाकू को कागज में लपेटकर धूम्रपान के रूप में इस्तेमाल करना शुरू‍ किया।
 
6. चीन और ब्राजील के बाद भारत तीसरा सबसे बड़ा तम्बाकू उत्पादक देश है।
 
7. 20 फीसदी तम्बाकू का इस्तेमाल सिगरेट में होता है।
 
8. दुनियाभर में हर साल करीब 5.5 खरब सिगरेट का उत्पादन होता है और एक अरब से ज्यादा लोग इसका सेवन करते हैं।
 
9. विश्व में हर 8 सेकिण्ड में धूम्रपान की वजह से एक व्यक्ति की मौत होती है।
 
10. 90 प्रतिशत मुंह का कैंसर, 90 प्रतिशत फेफड़े का कैंसर और 77 प्रतिशत नली का कैंसर धूम्रपान सेवन करने से है।
 
11. विश्व में 80 फीसदी धूम्रपान करने वाले लोग ‌निम्न एवं मध्यम आय वाले विकासशील देशों में रहते हैं।
 
12. चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार, 5 से 10 सिगरेट रोज पीने वाले व्यक्ति को दिल का दौरा पड़ने की आशंका दोगुना ज्यादा बढ़ जाती है।
 
13. एक सिगरेट को पीने से जीवन के 5 मिनट कम हो जाते है।
 
14. अगर आप रोज 20 सिगरेट (एक सिगरेट की कीमत 12 रुपए) पीते हैं, तो आप एक दिन में 240 रुपए कि सिगरेट पीते है और एक साल में 87, 600 रुपए की सिगरेट पी जाते है, और 18 साल 50 साल के बीच आप सिगरेट पर कुल 28,03200 रुपए धुंए में उडा चुके होंगे।
 
15. धूम्रपान जनित रोगों से निपटने में भारत सरकार का लगभग 27 हजार करोड़ रूपए प्रतिवर्ष खर्च हो रहा है।
 
16. अमेरिका के शहर मोंटाना में 2002 में धूम्रपान पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद हार्ट अटैक की घटनाओं में 40 प्रतिशत की कमी आई है।
 
17. तंबाकू और धूम्रपान के दुष्परिणामों को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन के सदस्य देशों ने इसके लिए एक प्रस्ताव रखा जिसके बाद हर साल 31 मई को तंबाकू निषेध दिवस मनाने का निर्णय लिया गया। तभी से 31 मई को प्रतिवर्ष विश्व धूम्रपान निषेध दिवस के रूप में इसे मनाया जाता है। 





Tuesday, March 26, 2019

"क़ुतुब मीनार" के बारे में 11 रोचक तथ्य | 11 Interesting Facts about "Qutub Minar" in Hindi


क़ुतुब मीनार भारत में दक्षिण दिल्ली शहर के महरौली भाग में स्थित है। क़ुतुब मीनार से जुड़ी कई रोचक बातें हैं। उनमें से 11 रोचक बातें निम्नलिखित हैं:


1.
क़ुतुब मीनार का निर्माण गुलाम वंश के शासक कुतुबुद्दीन ऐबक ने 1193 ई० में शुरू कराया था किन्तु कुतुबुद्दीन ऐबक ने क़ुतुब मीनार का आधार ही बनवाया था इसके बाद उसके उत्तराधिकारी इल्तुतमिश ने इसमें तीन मंजिलों को बढ़ाया और सन 1368 में फीरोजशाह तुगलक ने पांचवी और अन्तिम मंजिल बनवाई।

2. कहते हैं कि क़ुतुब मीनार का नाम ख़्वाजा क़ुतबुद्दीन बख्तियार काकी के नाम पर रखा गया था।

3. ऐसा भी कहा जाता है कि
क़ुतुब मीनार का वास्तविक नाम विष्णु स्तंभ है जिसे कुतुबदीन ने नहीं बल्कि सम्राट चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य के नवरत्नों में से एक और खगोलशास्त्री वराहमिहिर ने बनवाया था।

4. क़ुतुब मीनार ईंट से बनी विश्व की सबसे ऊँची मीनार है। इसकी ऊँचाई 72.5 मीटर और व्यास 14.3 मीटर है, जो ऊपर जाकर शिखर पर 2.75 मीटर हो जाता है।

5. पाँच
मंजिला क़ुतुब मीनार की तीन मंजिले लाल बलुआ पत्थर से एवं अन्य दो मंजिले संगमरमर एवं लाल बलुआ पत्थर से बनाई गयी हैं और प्रत्येक मंजिल के आगे बॉलकनी स्थित है।

6. क़ुतुब मीनार में 379 सीढ़ियां हैं।

7.
क़ुतुब मीनार परिसर में क़ुतुब मीनार, कुब्बत-उल-इस्लाम मस्जिद, अलाई मीनार, आली दरवाजा, लौह स्तंभ और इल्तुत्मिश का मकबरा स्थित है।

8.
क़ुतुब मीनार के परिसर में स्थित लौह स्‍तंंभ की खासियत यह है कि सैकड़ों वर्ष पुराना होने के बाद भी इस स्‍तंंभ में अभी तक जंग नहीं लगी है।
 

9. क़ुतुब मीनार पुरातन दिल्ली शहर, ढिल्लिका के प्राचीन किले लालकोट के अवशेषों पर बनी है। ढिल्लिका अन्तिम हिन्दू राजाओं तोमर और चौहान की राजधानी थी।

10.
क़ुतुब मीनार बहुत प्राचीन इमारत है और एतिहासिक रूप से क़ुतुब मीनार जैसी कई इमारतें और हैं जैसे कि द टॉम्ब ऑफ़ इल्युमिश, अलाई दरवाजा, अला-उद-दिन मदरसा, ज़मीन टॉम्ब आदि।

11. क़ुतुब मीनार परिसर युनेस्को द्वारा विश्व धरोहर के रूप में स्वीकृत किया गया है।   


Sunday, March 24, 2019

"ताजमहल" के बारे में 16 रोचक तथ्य | 16 Interesting Facts about "Tajmahal" in Hindi


ताजमहल से जुड़ी कई रोचक बातें हैं। उनमें से 16 रोचक बातें निम्नलिखित हैं:

1. ताजमहल, भारत के आगरा शहर में स्थित एक विश्व धरोहर मक़बरा है। इतिहास के अनुसार इसका निर्माण मुग़ल सम्राट शाहजहाँ ने, अपनी पत्नी मुमताज़ महल की याद में करवाया था।

2. ताजमहल को बनाने में 22 वर्ष का समय लगा था। इस को बनाने का काम 1632 में शुरू हुआ था जो 1653 में ख़त्म हुआ। 

3. कहा जाता है कि
ताजमहल को बनाने में लगभग 22000 मजदूरों का हाथ था। ऐसा भी कहा जाता है, कि शाहजहाँ ने उन कारीगरों के अंगच्छेदन आदि करा दिये थे, या मरवा दिया था, जिन्होंने ताजमहल का निर्माण कराया था। परंतु इसके पूर्ण साक्ष्य उपलब्ध नहीं हैं।

4. ताजमहल आगरा नगर के दक्षिण छोर पर एक छोटे भूमि पठार पर बनाया गया था। इतिहासकारों के अनुसार शाहजहाँ ने इसके बदले जयपुर के महाराजा जयसिंह को आगरा शहर के मध्य एक वृहत महल दिया था।

5. ताजमहल के निर्माण की अनुमानित कीमत में भी भिन्नताएं हैं, फिर भी कुल मूल्य लगभग 3 अरब 20 करोड़ रुपए, उस समयानुसार आंका गया है, जो कि वर्तमान में खरबों रुपयों से भी अधिक हो सकता है।

6. ताजमहल मुग़ल वास्तुकला का उत्कृष्ट नमूना है। इसकी वास्तु शैली भारतीय
, फ़ारसी, तुर्क और इस्लामी वास्तुकला के घटकों का अनोखा मिश्रण है।

7. ताजमहल को सम्पूर्ण भारत एवं एशिया से लाई गई सामग्री से निर्मित किया गया था। कुल मिला कर अठ्ठाइस प्रकार के बहुमूल्य पत्थर एवं रत्न श्वेत संगमर्मर में जड़े गए थे।

8. ताज महल का केन्द्र बिंदु है, एक वर्गाकार नींव आधार पर बना श्वेत संगमर्मर का मक़बरा। जिसमें एक विशाल वक्राकार द्वार है। इस इमारत के ऊपर एक वृहत गुम्बद सुशोभित है। मुख्य आधार के चारो कोनों पर चार विशाल मीनारें स्थित हैं।

9. इस कॉम्प्लेक्स को घेरे है विशाल 300 वर्ग मीटर का चारबाग, एक मुगल बाग। इस बाग में ऊँचा उठा पथ है। यह पथ इस चार बाग को 16 निम्न स्तर पर बनी क्यारियों में बांटता है।

10. बाग के मध्य में एक उच्चतल पर बने तालाब में ताजमहल का प्रतिबिम्ब दृश्यमान होता है। यह मकबरे एवं मुख्यद्वार के मध्य में बना है। यह प्रतिबिम्ब इसकी सुंदरता को चार चाँद लगाता है।

11. 1857 के भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान, ताजमहल को ब्रिटिश सैनिकों एवं सरकारी अधिकारियों द्वारा काफी विरुपण सहना पड़ा था। इन्होंने बहुमूल्य पत्थर एवं रत्न को खोद कर दीवारों से निकाल लिया था।

12. वर्ष 1908 के लगभग यहाँ के बागों को ब्रिटिश शैली में बदला गया था। वही शैली आज भी दर्शित हैं।

13. विश्व की अनेक इमारतें और स्मारक
ताजमहल से प्रेरित होकर बने हैं। चीन के शेनज़ेन शहर के पश्चिमी भाग में स्थित विंडो ऑफ़ द वर्ल्ड थीम पार्क में ताजमहल की प्रतिकृति बनी है।

14. वर्ष 1983 में ताजमहल को युनेस्को विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया।

15. ताजमहल प्रत्येक वर्ष 20 से 40 लाख दर्शकों को आकर्षित करता है, जिसमें से 2,00,000 से अधिक विदेशी होते हैं।

16. प्रशंसित पर्यटन स्थलों की सूची में ताजमहल सदा ही सर्वोच्च स्थान लेता रहा है। अब यह आधुनिक विश्व के सात आश्चर्यों में प्रथम स्थान पाया है। यह स्थान विश्वव्यापी मतदान से प्राप्त हुआ था जहाँ इसे दस करोड़ मत मिले थे।  

 

Sunday, March 17, 2019

13 Interesting Facts about "Monkey"


There are many interesting and amazing facts about Monkey. Out of them, 13 interesting facts about Monkey are as follows:

1. Monkeys are basal Haplorhini as sister of the Tarsiiformes. It consists of the Catarrhini and Platyrrhini, and other extinct groups. 

2. They are chiefly found in tropical countries. Hence we find them in India, Africa and South America.

3. Many monkey species are tree-dwelling, although there are species that live primarily on the ground.

4. Monkeys range in size from 117 milli metres with just over 100 grams in weight, to almost 1 metre long and weighing up to 36 kilograms.

5. The monkey’s diet includes walnuts, berries and fruits.

6. Monkeys are generally considered to be intelligent. They have great skills of climbing which is fun to watch.

7. Monkeys behave likes humans and are smarter and have a strong brain. Like humans, they can use tools.

8. The most peculiar feature that one finds in the monkey is the art of imitation. Once he sees something, he tries to copy it.

9. A trained monkey plays very useful and pleasing tricks. Jugglers often keep trained monkeys. They earn their living by showing their tricks.

10. Monkey brains are eaten as a delicacy in parts of South Asia, Africa and China. Monkeys are sometimes eaten in parts of Africa.

11. A number of countries have used monkeys as part of their space exploration programmes, including the United States and France. The first monkey in space was Albert II.

12. 'Hanuman', a prominent deity in Hinduism, is a human-like monkey god who is believed to bestow courage, strength and longevity.

13. 'Monkey Day' is celebrated on 14th December every year and often also known as 'World Monkey Day' and 'International Monkey Day'. 

Sunday, January 13, 2019

"कुम्भ मेले" के बारे में 15 रोचक तथ्य | 15 Interesting Facts about "Kumbh Mela" in Hindi


कुम्भ मेला के बारे में कई रोचक बातें हैं। उनमें से 15 रोचक बातें निम्नलिखित हैं:

1. कुम्भ मेले का पौराणिक इतिहास समुद्र मंथन से शुरू होता है। समुद्र मंथन से जब अमृत निकला तो उसे कुम्भ (घड़े) में रखा गया। उस कुम्भ को असुरों ने पहले ले लिया लेकिन भगवान विष्णु ने अमृत कलश असुरों से छीन लिया और भागते समय अमृत चार स्थानों पर गिरा, इसी कारण इन चारों स्थान पर कुम्भ मेले का आयोजन होता है।

2. कुम्भ मेला हिन्दुओं की आस्था का सबसे बड़ा केंद्र है जहां पवित्र नदी में डुबकी लगाने के लिए लाखों हिन्दू एक स्थान पर एकत्रित होते हैं।

3. पारम्परिक रूप से भारत में चार जगह पर कुम्भ मेलों का आयोजन होता है पहला प्रयाग कुम्भ मेला, दूसरा हरिद्वार कुम्भ मेला, तीसरा नासिक कुम्भ मेला और चौथा उज्जैन सिंहस्थ।

4. माघ माह में आयोजित होने वाले महा कुम्भ का आयोजन प्रयागराज में होता है। प्रयाग में हिंदू धर्म से तीन पावन नदियों का समावेश होता है, जिसमें गंगा, यमुना और सरस्वती एक साथ बहती हैं।

5. कुम्भ मेले को दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक मेले की मान्यता मिली है। कुम्भ एक ऐसा मेला है जिसमें देश से ही नहीं विदेशी भक्तों की संख्या भी बहुत अधिक होती है। 


6. कुम्भ का प्रमुख आकर्षण साधु-संतों के 13 अखाड़े होते हैं। हालांकि अब इसमें दो अखाड़े और आ गए हैं। ये अखाड़े हैं- किन्नर अखाड़ा और महिला नागा साधुओं का अखाड़ा। 

 7. कुम्भ में आयोजनों में शोभायात्रा का महत्वपूर्ण स्थान है। ये शोभायात्रा दुनियाभर से आने वाले लोगों का स्वागत कर कुम्भ मेले के आयोजन को सूचित करने के लिए निकाली जाती है। शोभायात्रा में साधु-संत अपनी टोलियों के साथ बड़े धूम-धाम के साथ प्रदर्शन करते हुए कुम्भ में पहुँचते हैं।

8. मकर संक्रांति से हर दिन कुम्भ का पवित्र माना जाता है, पर कुछ तिथि बेहद ख़ास होती हैं। इन्ही तिथियों को स्नान को शाही स्नान या राजयोगी स्नान कहते हैं। अखाड़ों के शाही स्नान के बाद ही आम जनता को स्नान करने का मौका मिलता है। 

9. तकरीबन दो महीने तक चलने वाले कुम्भ महापर्व के दौरान स्नान की कुछ विशेष तिथियाँ सुनिश्चित हैं उनमें से प्रमुख हैं : मकर संक्रांति, पौष पूर्णिमा, मौनी अमावस्या, बसंत पंचमी, माघी पूर्णिमा, महाशिवरात्रि।

10. प्रयागराज में हर साल माघ मेले का आयोजन किया जाता है, जो कि मकर संक्रांति के दिन से शुरू होकर महाशिवरात्रि तक रहता है। ठीक इसी तरह अर्ध कुम्भ का आयोजन 6 सालों में एक ही बार होता है। जिसके बाद महाकुंभ के आयोजन की मान्यता है जो 12 सालों में एक बार पड़ता है।

11. कुम्भ मेला में बनने वाले अस्थाई शहर से तकरीबन 70 लाख से अधिक लोगों को कमाई का अवसर मिलता है। यहां छोटे से बड़े हर तरह के व्यवसाय होते हैं। पूरे 50 दिन ही नहीं बल्कि इससे पहले और कुम्भ खत्म होने के बाद तक लोगों को रोजगार यहां मिलता है।

12. मान्यता है कि कुम्भ में स्नान करने से व्यक्ति के न केवल पाप खत्म होते हैं बल्कि उसे मोक्ष की प्राप्ति भी होती है। देवलोक में जाने का रास्ता कुम्भ स्नान से जुड़ा है।

13. 2019 के कुम्भ मेले के लिए रेलवे ने करीब 700 करोड़ का निवेश किया है। कुम्भ के लिए 41 परियोजनाएं बनाई गयी हैं। इसके अलावा 800 विशेष ट्रेन प्रयागराज के लिए शुरू की गयी हैं।

14. इस बार 2019 में श्रद्धालुओं की सुविधाओं का ख्याल रखते हुए कुम्भ में पांच सितारा सुविधाओं से लैस टेंट सिटी भी बनाई गयी हैं इनमें श्रद्धालुओं को Wi-Fi एवं अन्य तकनीकी सुविधाएं भी मुहैया कराई जायेंगी। इन लग्जरी टेंट हाउस का किराया सुविधा के हिसाब से अलग-अलग है।

15. कुम्भ मेले को यूनेस्को (UNESCO) की मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की प्रतिनिधि सूची में शामिल किया गया है। 




  

Tuesday, November 21, 2017

"गुर्दे (किडनी)" के बारे में 21 रोचक तथ्य | 21 Interesting Facts about "Kidney" in Hindi


गुर्दे (Kidney) के बारे में कई रोचक बातें हैं। उनमें से 21 रोचक बातें निम्नलिखित हैं:

1. गुर्दे (Kidney) की रचना बड़ी अटपटी है और उसके कार्य अत्यंत जटिल हैं। उनके दो प्रमुख कार्य हैं- हानिकारक अपशिष्ट उत्पादों और विषैले कचरे को शरीर से बाहर निकालना और शरीर में पानी, तरल पदार्थ, खनिजों आदि का नियमन करना।

2. गुर्दे शरीर में फिल्टर का कार्य करते हैं और दूषित रक्त और दूषित विषाक्त को शरीर से बाहर निकालते हैं, इसलिए इन्हें शरीर का प्राकृतिक फिल्टर भी कहा जाता है।

3. स्त्री और पुरुष दोनों के शरीर में सामान्यत: दो गुर्दे (किडनी) होते हैं।

4. गुर्दे पेट के अंदर, पीछे के हिस्से में, रीढ़ की हड्डी के दोनों तरफ (पीठ के भाग में), छाती की पसलियों के सुरक्षित तरीके से स्थित होते हैं।

5. शरीर का लगभग 20-25 प्रतिशत रक्त गुर्दे (किडनी) से पम्प होकर दिल और मस्तिष्क में जाता है।

6. गुर्दे की लम्बाई लगभग 12 से.मी. तक होती है। गुर्दे का वजन लगभग 140 ग्राम तक होता है।

7. स्त्री और पुरुष दोनों में गुर्दे की रचना, स्थान और कार्यप्रणाली एक समान होती है।

8. खून को साफ करके पेशाब (Urine) बनाने का कार्य करने वाले गुर्दे की सबसे छोटी एवं बारीक यूनिट को नेफ्रोन (Nephron) कहते हैं, जो एक छन्नी की तरह होती है। प्रत्येक गुर्दे में लगभग दस लाख नेफ्रोन होते हैं।
 

9. प्रत्येक नेफ्रोन के मुख्य दो हिस्से होते हैं पहला ग्लोमेरुलस (Glomerulus) और दूसरा ट्यूब्यूल्स (Tubules)। इसमें ग्लोमेरुलस (रक्त वाहिनियों का गुच्छा) फ़िल्टर का काम करता है और सर्पाकार ट्यूब्यूल्स आर.ओ. का काम करती है, जो घुले हुए अनावश्यक लवणों को हटा देती हैं।

10. आपको यह जानकर आश्चर्य होगा की ग्लोमेरुलस के नाम से जानी जानेवाली छन्नी प्रत्येक मिनट में लगभग 125 मि.ली. प्रवाही बनाकर प्रथम चरण में 24 घंटों में 180 लीटर पेशाब (Urine) बनाती है। इस 180 लीटर पेशाब (Urine) में अनावश्यक पदार्थ, क्षार और जहरीले पदार्थ भी होते हैं। साथ ही इसमें शरीर के लिए उपयोगी ग्लूकोज तथा अन्य पदार्थ भी होते हैं।

11. ग्लोमेरुलस में बननेवाला 180 लीटर पेशाब (Urine) ट्यूब्यूल्स में आता है, जहाँ उसमें से 99 प्रतिशत द्रव का अवशोषण (Reabsorption) हो जाता है।

12. गुर्दे जरूरी पदार्थों को रख कर अनावश्यक पदार्थों को पेशाब द्वारा बाहर निकालते हैं जो एक अनोखी, अद्‍भुत तथा जटिल प्रक्रिया है।

13. शरीर में जो सात लीटर पानी होता है, उसकी प्रतिदिन करीब 400 बार छनाई और सफाई होती है।

14. क्या आप जानते हैं कि शरीर के दोनों गुर्दों में प्रति मिनट 1200 मि.ली. लीटर खून स्वच्छ होने के लिए आता है जो हृदय द्वारा शरीर में पहुँचनेवाले समस्त खून के लगभग बीस प्रतिशत के बराबर है। इस तरह 24 घंटे में अनुमानत: 1700 लीटर खून का शुद्धीकरण होता है।

15. गुर्दा मानव शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है। गुर्दे की खराबी, किसी गंभीर बीमारी या मौत का कारण भी बन सकती है।

16. खून में उपस्थित लाल रक्तकणों का उत्पादन एरिथ्रोपोएटीन 
(Erythropoietin) की मदद से अस्थिमज्जा (Bone Marrow) में होता है। एरिथ्रोपोएटीन गुर्दे में बनता है।

17. दुनिया में लगभग 500 मिलियन लोग गुर्दे की बीमारियों से ग्रसित हैं।

18. दोनों गुर्दे खराब होने पर व्यक्ति 1 गुर्दा ट्रांसप्लांट (Kidney Transplant) से सामान्य व्यक्ति की तरह जीवन जी सकता है।

19. चिकित्सा शास्त्र के अनुसार मात्र 1 गुर्दे का आधा हिस्सा 2 गुर्दे के बराबर काम कर सकता है।

20. क्या आप को मालूम है कि पेशाब (Urine) की मात्रा में अत्यंत कमी या वृद्धि गुर्दे के रोग का संकेत है।

21. प्रथम गुर्दा (किडनी) ट्रांसप्लांट सन् 1954 में डाॅ. जोसेफ ने दो जुड़े बच्चों पर किया किया था।