क़ुतुब मीनार भारत में दक्षिण दिल्ली शहर के महरौली भाग में स्थित है। क़ुतुब मीनार से जुड़ी कई रोचक बातें हैं। उनमें से 11 रोचक बातें निम्नलिखित हैं:
1. क़ुतुब मीनार का निर्माण गुलाम वंश के शासक कुतुबुद्दीन ऐबक ने 1193 ई० में शुरू कराया था किन्तु कुतुबुद्दीन ऐबक ने क़ुतुब मीनार का आधार ही बनवाया था इसके बाद उसके उत्तराधिकारी इल्तुतमिश ने इसमें तीन मंजिलों को बढ़ाया और सन 1368 में फीरोजशाह तुगलक ने पांचवी और अन्तिम मंजिल बनवाई।
2. कहते हैं कि क़ुतुब मीनार का नाम ख़्वाजा क़ुतबुद्दीन बख्तियार काकी के नाम पर रखा गया था।
3. ऐसा भी कहा जाता है कि क़ुतुब मीनार का वास्तविक नाम विष्णु स्तंभ है जिसे कुतुबदीन ने नहीं बल्कि सम्राट चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य के नवरत्नों में से एक और खगोलशास्त्री वराहमिहिर ने बनवाया था।
4. क़ुतुब मीनार ईंट से बनी विश्व की सबसे ऊँची मीनार है। इसकी ऊँचाई 72.5 मीटर और व्यास 14.3 मीटर है, जो ऊपर जाकर शिखर पर 2.75 मीटर हो जाता है।
5. पाँच मंजिला क़ुतुब मीनार की तीन मंजिले लाल बलुआ पत्थर से एवं अन्य दो मंजिले संगमरमर एवं लाल बलुआ पत्थर से बनाई गयी हैं और प्रत्येक मंजिल के आगे बॉलकनी स्थित है।
6. क़ुतुब मीनार में 379 सीढ़ियां हैं।
7. क़ुतुब मीनार परिसर में क़ुतुब मीनार, कुब्बत-उल-इस्लाम मस्जिद, अलाई मीनार, आली दरवाजा, लौह स्तंभ और इल्तुत्मिश का मकबरा स्थित है।
8. क़ुतुब मीनार के परिसर में स्थित लौह स्तंंभ की खासियत यह है कि सैकड़ों वर्ष पुराना होने के बाद भी इस स्तंंभ में अभी तक जंग नहीं लगी है।
9. क़ुतुब मीनार पुरातन दिल्ली शहर, ढिल्लिका के प्राचीन किले लालकोट के अवशेषों पर बनी है। ढिल्लिका अन्तिम हिन्दू राजाओं तोमर और चौहान की राजधानी थी।
10. क़ुतुब मीनार बहुत प्राचीन इमारत है और एतिहासिक रूप से क़ुतुब मीनार जैसी कई इमारतें और हैं जैसे कि द टॉम्ब ऑफ़ इल्युमिश, अलाई दरवाजा, अला-उद-दिन मदरसा, ज़मीन टॉम्ब आदि।
11. क़ुतुब मीनार परिसर युनेस्को द्वारा विश्व धरोहर के रूप में स्वीकृत किया गया है।