Saturday, June 10, 2017

"हरिद्वार" के बारे में 14 रोचक तथ्य | 14 Interesting Facts about "Haridwar" in Hindi


हरिद्वार के बारे में कई रोचक बातें हैं। उनमें से 14 रोचक बातें निम्नलिखित हैं:

1. हिन्दुओं की दृष्टि में 'हरिद्वार' बड़ा भारी तीर्थ है। यह हिन्दुओं के लिए सात पवित्र धार्मिक स्थानों में से एक है।

2. हरिद्वार का शाब्दिक अर्थ होता है हरि का द्वार। आमतौर पर मान्यता है कि यह देवताओं तक पहुंचने का प्रवेशद्वार है।

3. हरिद्वार वह स्थान है जहाँ गंगा नदी अपनी पहाड़ी यात्रा समाप्त करके नीचे उतरती है और मैदान में प्रविष्ट होती है। यहाँ से लेकर इस नदी के दहाने तक जितने नगर और उपनगर इस शानदार नदी के किनारे बसे हुए हैं, उनमें पहला हरिद्वार ही है।

4. प्रति सप्ताह हजारों की संख्या में यहां श्रद्धालु आकर गंगा की पवित्र धारा में स्नान करते हैं और शाम के वक्त गंगा आरती में भाग लेते हैं।
 
5. हरिद्वार की नगरी उन चार स्थानों में से एक है, जहां कुम्भ मेला का आयोजन किया जाता है। अन्य तीन स्थान हैं- इलाहाबाद, नासिक और उज्जैन ।

6. यह नगर बहुत पुराना है। यह दुनिया के सबसे पुराने शहरों में से एक है। इसके बारे में कहा जाता है कि इस नगरी की स्थापना ईशा से 1700 साल पहले हुई थी।
 
7. हरिद्वार, पहले साढ़े तीन मील के अहाते में बसा हुआ था। एक बड़े भारी किले और कई शानदार मंदिरों के खंडहर वर्तमान आबादी के समीप अब तक साफ़-साफ़ दिखाई पड़ते हैं।

8. सारा नगर नदी के दाँये किनारे पर पहाड़ी की तलहटी में बसा हुआ है। नदी के बाँए किनारे पर एक मंदिर बना हुआ है। दूर से देखने पर बड़ा सुन्दर नज़र आता है।

9. हरिद्वार में महीने में एक-दो मेले सदा होते रहते हैं। किन्तु बैसाखी का मेला हर साल बड़ी रौनक के साथ होता है। लाखों आदमी एकत्र हो जाते हैं। मीलों लम्बे बाज़ार बन जाते हैं। लाखों रुपये का क्रय-विक्रय होता है।

10. हरिद्वार अपने स्ट्रीट फूड के लिए भी मशहूर है। यहाँ की पुरानी गलियों में आप हर तरह के लोकल फूड का जायका ले सकते हैं, जो अत्यंत सस्ता व सुलभ है।
 
11. हरिद्वार के प्रसिद्द मंदिरों, चंडी देवी और मनसा देवी के मंदिरों तक जाने के लिए 'उड़न खटोला' (Rope Way) का इस्तेमाल किया जाता है, जिसका अलग आनंद है।
 
12. यहाँ का प्रसिद्द 'शांतिकुंज' आश्रम आयुर्वेद पर अनुसंधान के लिए दुनिया भर में जाना जाता है।
 
13. हरिद्वार की नगरी योग गुरू बाबा रामदेव की कर्म भूमि है। यहीं पर दिव्य योग मंदिर ट्रस्ट विश्वविद्यालय है। यहां पतंजलि योगपीठ का मुख्यालय भी है।

14. हरिद्वार के संबंध में मान्यता है कि यह चार धाम यात्रा का प्रवेश द्वार है। जो श्रद्धालु चार धाम की यात्रा पर जाना चाहते हैं, उन्हें अपनी यात्रा हरिद्वार से ही शुरू करनी होती है।