Tuesday, February 28, 2017

"होली" के बारे में 16 रोचक तथ्य | 16 Interesting Facts about "Holi" in Hindi


होली के त्यौहार के बारे में कई रोचक बातें हैं। उनमें से 16 रोचक बातें निम्नलिखित हैं:

1. होली एक महत्वपूर्ण भारतीय त्यौहार है। यह हिंदुओं के सबसे बड़े त्यौहारों में से एक है।

2. यह रंगों का त्यौहार है।
 
3. यह पर्व हिन्दू पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास की पूर्णिमा (Full Moon Day) को मनाया जाता है।
 
4. यह त्यौहार मुख्य रूप से हिन्दू या भारतीय मूल के लोगों के साथ साथ भारत, नेपाल तथा विश्व के अन्य क्षेत्रों में मनाया जाता है।
 
5. होली के त्यौहार का मूल भारत में एक वसंत महोत्सव के रूप में है।
 
6. होली के पर्व से अनेक कहानियाँ जुड़ी हुई हैं। इनमें से सबसे प्रसिद्द कहानी है प्रहलाद की। माना जाता है कि प्राचीन काल में 'हिरण्यकश्यप' नाम का एक अत्यंत बलशाली असुर था। उसने अपने राज्य में ईश्वर का नाम लेने पर ही पाबंदी लगा दी थी।
 
7. अपने पुत्र प्रहलाद की ईश्वर भक्ति से क्रुद्ध होकर हिरण्यकश्यप ने अपनी बहन होलिका को आदेश दिया कि प्रहलाद को गोद में लेकर आग में बैठे। होलिका को वरदान प्राप्त था कि वह आग में भस्म नहीं हो सकती। हिरण्यकश्यप के आदेशानुसार आग में बैठने पर होलिका तो जल गई पर प्रहलाद बच गया। ईश्वर भक्त प्रहलाद की याद में इस दिन होली जलाई जाती है।
 
8. दानव राजा 'हिरण्यकश्यप' की बहन 'होलिका' के नाम से ही इस त्यौहार का नाम 'होली' पड़ा।
 
9. रंगों का त्यौहार कहे जाना वाला यह पर्व पारंपरिक रूप से दो दिन मनाया जाता है। पहले दिन को होलिका जलायी जाती है, जिसे 'होलिका दहन' या 'छोटी होली' भी कहते हैं।
 
10. दूसरे दिन, जिसे 'धुरड्डी', 'धुलेंडी', 'धुरखेल' या 'धूलिवंदन' कहा जाता है, लोग एक-दूसरे पर रंग, अबीर-गुलाल इत्यादि फेंकते हैं, ढोल बजाकर होली के गीत गाये जाते हैं, और घर-घर जाकर लोगों को रंग लगाया जाता है।
 
11. एक-दूसरे पर रंग लगाने से पहले आमतौर पर एक-दूसरे के मस्तक पर 'तिलक' लगाते हैं।
 
12 इस त्यौहार की एक प्रसिद्द कहावत है 'बुरा ना मानो होली है'। एक-दूसरे पर रंग डालने के समय लोग इस कहावत का अक्सर प्रयोग करते हैं।
 
13. ऐसा माना जाता है कि होली के दिन लोग पुरानी कटुता को भूल कर गले मिलते हैं और फिर से दोस्त बन जाते हैं।
 
14. एक-दूसरे को रंगने और गाने-बजाने का दौर दोपहर तक चलता है। इसके बाद स्नान करके विश्राम करने के बाद नए कपड़े पहन कर शाम को लोग एक-दूसरे के घर मिलने जाते हैं, गले मिलते हैं और 'गुझिया' एवं मिठाइयाँ खाते हैं।
 
15. मथुरा और वृंदावन में होली एक अलग रूप में मनाई जाती है। 'लट्ठमार होली', जिसे महिलाओं और पुरुषों की पारंपरिक वेशभूषा में छड़ी और एक ढाल के साथ होली खेलने के नाम से जाना जाता है।
 
16. होली प्रेम और एकता का त्यौहार है और बुराई पर अच्छाई की विजय को दर्शाता है।