भगत सिंह के बारे में कई रोचक बातें हैं। उनमें से 16 रोचक बातें निम्नलिखित हैं:
1. सरदार भगत सिंह का जन्म 28 सितंबर, 1907 मेँ पंजाब के जिला लायलपुर में बंगा गांव (जो अभी पाकिस्तान में है) में एक सिख परिवार मेँ हुआ था।
2. उनके पिता का नाम सरदार किशन सिंह और माता का नाम विद्यावती कौर था।
3. भगतसिंह के जन्म के बाद उनकी दादी ने उनका नाम 'भागो वाला' रखा था। जिसका मतलब होता है 'अच्छे भाग्य वाला'। बाद में उन्हें 'भगतसिंह' कहा जाने लगा।
4. भगत सिंह मात्र 14 वर्ष की आयु से ही पंजाब की क्रांतिकारी संस्थाओं में कार्य करने लगे थे।
5. सरदार भगत सिंह का पूरा परिवार देशभक्त और क्रांतिकारी था। पिता सरदार किशन सिंह और दो चाचा सरदार अजीत सिंह और स्वर्ण सिंह भी देश के लिए कई बार जेल गए।
2. उनके पिता का नाम सरदार किशन सिंह और माता का नाम विद्यावती कौर था।
3. भगतसिंह के जन्म के बाद उनकी दादी ने उनका नाम 'भागो वाला' रखा था। जिसका मतलब होता है 'अच्छे भाग्य वाला'। बाद में उन्हें 'भगतसिंह' कहा जाने लगा।
4. भगत सिंह मात्र 14 वर्ष की आयु से ही पंजाब की क्रांतिकारी संस्थाओं में कार्य करने लगे थे।
5. सरदार भगत सिंह का पूरा परिवार देशभक्त और क्रांतिकारी था। पिता सरदार किशन सिंह और दो चाचा सरदार अजीत सिंह और स्वर्ण सिंह भी देश के लिए कई बार जेल गए।
6. सन 1923 में इंटरमीडिएट की परीक्षा पास करने के बाद उन्हें विवाह बंधन में बांधने की तैयारियां होने लगी तो वह लाहौर से भागकर कानपुर आ गए। फिर देश की आजादी के संघर्ष में रम गये व अपना पूरा जीवन देश को समर्पित कर दिया।
7. भगत सिंह ने महात्मा गांधी जी से प्रेरित होकर उनके 'असहयोग आंदोलन' में भाग लिया।
8. महात्मा गांधी की अहिंसा की नीतियों से भगत सिंह सहमत नहीं थे. भगत सिंह को लगता था कि बिना हथियार उठाए आजादी नहीं मिल सकती है।
7. भगत सिंह ने महात्मा गांधी जी से प्रेरित होकर उनके 'असहयोग आंदोलन' में भाग लिया।
8. महात्मा गांधी की अहिंसा की नीतियों से भगत सिंह सहमत नहीं थे. भगत सिंह को लगता था कि बिना हथियार उठाए आजादी नहीं मिल सकती है।
9. लाला लाजपतराय की मौत का बदला लेने के लिए भगत सिंह और उनके दोस्तों ने स्कॉट सांडर्स को गोलियों से भून दिया। इन्होंने केन्द्रीय संसद (सेण्ट्रल असेम्बली) में बम फेंका।
10. भगत सिंह और क्रांति दल के सदस्यों ने असेम्बली पर बम लोगों की जान लेने के लिए नही फेंका था, बल्कि ब्रिटिश सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए फेंका था।
11. भगत सिंह और उनके साथियों को लाहौर जेल में बंद रखा गया था। भगत सिंह ने जेल मे डायरी और पत्र लिखा था। उनकी डायरी क्रांतिकारी विचारों से भरी हुई थी।
10. भगत सिंह और क्रांति दल के सदस्यों ने असेम्बली पर बम लोगों की जान लेने के लिए नही फेंका था, बल्कि ब्रिटिश सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए फेंका था।
11. भगत सिंह और उनके साथियों को लाहौर जेल में बंद रखा गया था। भगत सिंह ने जेल मे डायरी और पत्र लिखा था। उनकी डायरी क्रांतिकारी विचारों से भरी हुई थी।
12. 23 मार्च, 1931 को भगत सिंह को राजगुरु एवम सुखदेव के साथ फांसी दे दी गयी।
13. भारत के स्वतंत्रता आन्दोलन में सरदार भगत सिंह का नाम प्रमुखता से लिया जाता है। वह भारत के एक प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी थे।
14. भगत सिंह का नारा "इन्कलाब जिन्दाबाद" आज भी हर भारतीय के लिए ऊर्जावान है।
15. उन्होंने देश की आज़ादी के लिए जिस साहस का परिचय दिया, वह आज के युवकों के लिए एक बहुत बड़ा आदर्श है, जिस कारण उनका नाम अमर शहीदों में सबसे प्रमुख रूप से लिया जाता है।
16. भगत सिंह का जीवन चरित्र लाखो नौजवानों को देश और मातृभूमि के प्रति कर्तव्य पालन की सीख देता रहा है।
13. भारत के स्वतंत्रता आन्दोलन में सरदार भगत सिंह का नाम प्रमुखता से लिया जाता है। वह भारत के एक प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी थे।
14. भगत सिंह का नारा "इन्कलाब जिन्दाबाद" आज भी हर भारतीय के लिए ऊर्जावान है।
15. उन्होंने देश की आज़ादी के लिए जिस साहस का परिचय दिया, वह आज के युवकों के लिए एक बहुत बड़ा आदर्श है, जिस कारण उनका नाम अमर शहीदों में सबसे प्रमुख रूप से लिया जाता है।
16. भगत सिंह का जीवन चरित्र लाखो नौजवानों को देश और मातृभूमि के प्रति कर्तव्य पालन की सीख देता रहा है।