डा0 सर्वपल्ली राधाकृष्णन के बारे में कई रोचक बातें हैं। उनमें से 20 रोचक बातें निम्नलिखित हैं:
1. डा0 सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म एक तेलुगू ब्राह्मण परिवार में तिरुतनी, भारत में 5 सितम्बर 1888 में हुआ था।
2. इनके पिता का नाम सर्वपल्ली विरास्वामी था। इनकी माता का नाम सीताम्मा था।
3. उनका बाल्यकाल तिरुतनी एवं तिरुपति जैसे धार्मिक स्थलों पर ही व्यतीत हुआ। इन्होने प्रथम आठ वर्ष तिरुतनी में ही गुजारे।
4. डा0 सर्वपल्ली राधाकृष्णन की प्रारंभिक शिक्षा क्रिश्चियन मिशनरी संस्था लुथार्न मिशन स्कूल, तिरुपति में 1896-1900 के मध्य हुई।
5. 1900-1904 तक उन्होंने वेल्लूर में शिक्षा ग्रहण की। तत्पश्चात मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज, मद्रास में शिक्षा ग्रहण की।
6. उन्होंने दर्शन-शास्त्र में एम्0 ए0 किया और सन 1916 में मद्रास रेजीडेंसी कॉलेज में दर्शन-शास्त्र के सहायक प्राध्यापक नियुक्त हुए।
7. डा0 सर्वपल्ली राधाकृष्णन बचपन से ही मेधावी थे। उन्होंने अपने लेखों और भाषणों के माध्यम से विश्व को दर्शन-शास्त्र से परिचित कराया।
8. वे समूचे विश्व को एक विद्यालय मानते थे।
9. डा0 सर्वपल्ली राधाकृष्णन शिक्षा में कट्टर विश्वास रखते थे, और जाने-माने विद्वान, राजनयिक और आदर्श शिक्षक थे।
10. वह एक महान स्वतंत्रता सेनानी भी थे।
11. वह एक महान दार्शनिक और शिक्षक थे। उनको अध्यापन के पेशे से गहरा प्यार था।
12. डा0 सर्वपल्ली राधाकृष्णन को स्वतन्त्रता के बाद संविधान निर्मात्री सभा का सदस्य बनाया गया था।
13. सन 1949 में इन्हें मास्को में भारत का राजदूत चुना गया।
14. डा0 सर्वपल्ली राधाकृष्णन 13 मई 1952 से 12 मई 1962 तक भारत के उप-राष्ट्रपति रहे।
15. वे 13 मई 1962 से 13 मई 1967 तक भारत के राष्ट्रपति रहे। वह स्वतंत्र भारत के दूसरे राष्ट्रपति थे।
16. उनकी मृत्यु 86 वर्ष की आयु में 17 अप्रैल 1975 को हुई।
17. शिक्षा और राजनीति में उत्कृष्ट योगदान देने के लिए राधाकृष्णन को वर्ष 1954 में भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' से नवाजा गया था।
18. उनके द्वारा अनेक पुस्तकों की रचना की गई, जिनमें से प्रमुख निम्नलिखित हैं: द एथिक्स ऑफ़ वेदांत (The Ethics of the Vedanta), माई सर्च फॉर ट्रुथ (My Search for Truth), रिलीजन एंड सोसाइटी (Religion and Society), इंडियन फिलासफी (Indian philosophy) आदि।
19. सम्पूर्ण भारत में उनके जन्म-दिनांक 5 सितम्बर को 'शिक्षक-दिवस' (Teachers' Day) के रूप में मनाया जाता है।
20. शिक्षा जगत में डा0 सर्वपल्ली राधाकृष्णन का नाम सदैव याद रहेगा।
ऐसे महान व्यक्तित्व के धनी डा0 सर्वपल्ली राधाकृष्णन को हमारा शत-शत नमन!!!